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नशा मुक्ति के लिए कानूनी एवं मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष सत्र का आयोजन


मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाइम ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
नोएडा। सेक्टर 62 स्थित आईएमएस नोएडा में नशा मुक्ति युवा अभियान के दूसरे दिन कानूनी एवं मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष सत्र का आयोजन हुआ। मंगलवार को कार्यक्रम के दौरान बतौर वक्ता माइंड ईज़ के निदेशक एवं नैदानिक मनोवैज्ञानिक राशि जुनेजा, एम्स के नशा मुक्ति इकाई की मनोवैज्ञानिक मेघा शर्मा एवं एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स के प्रतिनिधी शिवम त्यागी ने अपने विचार प्रकट किए। वहीं आज के कार्यक्रम के दौरान नशीली पदार्थों के दुरुपयोग से जुड़े कानूनी और मानसिक स्वास्थ्य पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
नशा मुक्ति अभियान उड़ान के दूसरे दिन की शुरुआत आईएमएस के महानिदेशक प्रोफेसर डॉ. विकास धवन ने की। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए युवाओं को जागरूक करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि समाज में नशा मुक्ति के लिए शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ परिवार की भूमिका अहम है।युवा पीढ़ी को सही दिशा देकर ही समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। वहीं शाइनिंग सोल्स ट्रस्ट के संस्थापक राहुल सिन्हा ने कहा कि नशे की लत सिर्फ व्यक्ति विशेष की नहीं, बल्कि पूरे समाज की समस्या है। उन्होंने कहा कि नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए परिवार, शिक्षण संस्थानों एवं सरकार को मिलकर काम करना होगा।कार्यक्रम के दौरान माइंड ईज़ की निदेशक एवं नैदानिक मनोवैज्ञानिक राशि जुनेजा ने नशे के मानसिक प्रभावों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि नशे की लत मानसिक तनाव, अवसाद और अन्य मनोवैज्ञानिक समस्याओं को जन्म देती है। युवाओं को इस जाल से बचाने के लिए परिवार और समाज के सहयोग की आवश्यकता है। एम्स की नशा मुक्ति इकाई की मनोवैज्ञानिक मेघा शर्मा ने कहा कि नियमित परामर्श, योग, ध्यान और सकारात्मक सोच अपनाकर व्यक्ति नशे से बाहर निकल सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि शुरुआती चरण में ही इस आदत को पहचान कर सही कदम उठाना जरूरी होता है। वहीं एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स के प्रतिनिधि शिवम त्यागी ने कानूनी पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार ने नशीले पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने के लिए सख्त कानून बनाए हैं। उन्होंने युवाओं को सचेत करते हुए कहा कि नशीली दवाओं की खरीद-बिक्री और उपभोग के खिलाफ कड़े प्रावधान हैं, और इस प्रकार की गतिविधियों में शामिल पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।आज के कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने विशेषज्ञों से सवाल-जवाब किए और नशा मुक्ति से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। वहीं कार्यक्रम के दौरान आईएमएस के वाइस प्रेसिडेंट चिराग गुप्ता, तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ की जिला सलाहकार डॉ. श्वेता खुराना के साथ संस्थान के शिक्षक एवं छात्रों ने मौजूदगी दर्ज करायी।

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