राष्ट्रीय दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स विशेष संवाददाता राजस्थान।
जयपुर, 27 फरवरी – राजस्थान पथिक सेना संगठन के तत्वाधान में महान क्रांतिवीर श्री विजय सिंह पथिक की 144वीं जयंती का भव्य आयोजन श्री आनंदी लाल पोद्दार मूक बधिर संस्थान, जयपुर में किया गया। इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में श्रद्धांजलि अर्पित की गई और समाज के प्रति पथिक जी के योगदान को स्मरण किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण से
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष श्री शंकर सिंह बजाड़ ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता इनकम टैक्स एडिशनल कमिश्नर श्री लक्मण सिंह जी ने की। उन्होंने श्री विजय सिंह पथिक जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस मौके पर मांडल विधायक श्री उदय लाल भड़ाना और खानपुर (झालावाड़) विधायक श्री सुरेश गुर्जर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। वहीं, कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में Gkap प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेंद्र तंवर, एडवोकेट श्री जगदीश बेडम, नगर निगम ट्रेज़रर श्री विश्वेंद्र तंवर, कोटा यूनिवर्सिटी अध्यक्ष श्री लोकेश गुर्जर और CI श्री नंदकिशोर जी मौजूद रहे। सभी अतिथियों ने पथिक जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
अतिथियों का स्वागत और विचार-विमर्श
कार्यक्रम में संगठन के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष श्री राम सराधना और जयपुर जिला अध्यक्ष एडवोकेट संजीव द्वारा समस्त अतिथियों का गरिमामयी स्वागत किया गया। कार्यक्रम में विजय सिंह पथिक के जीवन पर चर्चा करते हुए वक्ताओं ने कहा कि उन्होंने न केवल स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया बल्कि किसानों और श्रमिकों के अधिकारों के लिए भी संघर्ष किया।
विधायक श्री उदय लाल भड़ाना ने कहा, "विजय सिंह पथिक जी का जीवन संघर्ष और देशभक्ति का अनुपम उदाहरण है। युवा पीढ़ी को उनके विचारों से प्रेरणा लेनी चाहिए।" वहीं, विधायक श्री सुरेश गुर्जर ने कहा कि "समाज में समानता और न्याय के लिए पथिक जी ने जो लड़ाई लड़ी, उसे आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी हम सभी की है।"
बच्चों के साथ सहभोज – सच्ची श्रद्धांजलि
इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही कि मूक-बधिर संस्थान के बच्चों के साथ सहभोज का आयोजन किया गया। इनकम टैक्स एडिशनल कमिश्नर श्री लक्मण सिंह जी और विधायक श्री उदय लाल भड़ाना ने प्रदेश अध्यक्ष श्री शंकर सिंह बजाड़ के साथ बच्चों को अपने हाथों से भोजन करवाया। यह दृश्य हर किसी के हृदय को छू लेने वाला था और पथिक जी के समर्पण और सेवा भाव को सच्ची श्रद्धांजलि थी।
समाज और संगठन की सक्रिय भागीदारी
इस कार्यक्रम में समाज के कई गणमान्य लोग, संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने एक सुर में कहा कि विजय सिंह पथिक के विचार और आदर्श आज भी समाज के लिए प्रासंगिक हैं और हमें उनके बताए रास्ते पर चलकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करना चाहिए।
संघर्ष और सेवा के प्रतीक थे विजय सिंह पथिक
विजय सिंह पथिक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ बीजोलिया किसान आंदोलन का नेतृत्व किया और किसानों को उनके अधिकार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका जीवन हमें सिखाता है कि संघर्ष से ही सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है और समाज की सेवा ही सच्ची देशभक्ति है।
उम्मीदों के नए दीप जले
कार्यक्रम का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि पथिक जी के आदर्शों को जीवित रखा जाएगा और समाज में समानता, न्याय और सेवा की भावना को बढ़ावा दिया जाएगा। इस आयोजन ने न केवल पथिक जी के संघर्ष को याद किया, बल्कि समाज में सेवा और सहयोग की भावना को भी मजबूत किया।
इस भव्य आयोजन से स्पष्ट है कि विजय सिंह पथिक के विचार आज भी जीवंत हैं और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।
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