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दिल्ली का नाम बदलकर प्राचीन पांडव कालीन नाम इंद्रप्रस्थ किया जाए। स्वामी चक्रपाणि महाराज

दिल्ली में पुजारियों को वेतन और बिजली बिल माफी पर विचार, "इंद्रप्रस्थ" नाम पुनः स्थापित करने का प्रस्ताव।
(फोटो: बैठक के दौरान स्वामी चक्रपाणि महाराज, अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह को अपनी वैदिक चिंतन में मानव मुल्य एवं सेवाभाव पुस्तक भेंट करते हुए)
दिल्ली, 10 जनवरी: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और राज्यसभा सांसद  संजय सिंह ने एक विशेष कार्यक्रम में अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज से मुलाकात की। इस अवसर पर दिल्ली में धर्म, संस्कृति और राष्ट्र से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की गई।
स्वामी चक्रपाणि महाराज ने मुख्यमंत्री और सांसद के समक्ष दिल्ली के पुजारियों को वेतन दिए जाने की सराहना करते हुए इसे ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने दिल्ली के सभी मंदिरों और आश्रमों के बिजली बिल माफ करने का भी अनुरोध किया। इसके साथ ही स्वामी जी ने दिल्ली का ऐतिहासिक नाम "इंद्रप्रस्थ" पुनः स्थापित करने का प्रस्ताव रखा, जिससे दिल्ली के गौरवशाली इतिहास को संरक्षित किया जा सके।
माननीय श्री अरविंद केजरीवाल और श्री संजय सिंह ने स्वामी जी के सुझावों को सकारात्मक रूप से लिया और आश्वासन दिया कि सरकार इन मुद्दों पर गंभीरता से विचार करेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार हमेशा से धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध रही है।
इस बैठक में धर्म और राष्ट्र के उत्थान के विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा की गई। स्वामी चक्रपाणि जी ने कहा कि दिल्ली का विकास और धार्मिक समरसता बनाए रखना समय की आवश्यकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में किए गए सामाजिक कार्यों की सराहना की।
कार्यक्रम के अंत में स्वामी चक्रपाणि महाराज ने सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों का स्वागत करते हुए कहा कि इससे समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना को बढ़ावा मिलेगा। यह पहल दिल्ली के नागरिकों और विशेष रूप से धार्मिक समुदायों के लिए एक नई दिशा प्रदान करेगी।


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