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गांव चिल्ला निवासी, आगामी विधानसभा चुनावों का करेंगे बहिष्कार !

कमल प्रजापति संवाददाता राष्ट्रीय दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स पूर्वी दिल्ली।
चिल्ला ग्रामवासियो ने की प्राचीन चिल्ला गाँव का नाम रेपिड मेट्रो स्टेशन पर लिखवाने की मांग।
ग्रामवासियो ने कहा कि यदि रेपिड स्टेशन पर चिल्ला गाँव का नाम नहीं जोड़ा गया तो वो आगामी विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे!
दिल्ली। रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने रेपिड मेट्रो के साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर के बीच लगभग 13 किलोमीटर लम्बे ट्रैक का उदघाटन करके क्षेत्रवासियों को एक नई सौगात दी। इस कार्य से जहां एक ओर दिल्लीवासियों में ख़ुशी की लहर है तो वही चिल्ला ग्रामसभा की भूमि पर बने न्यू अशोकनगर रेपिड मेट्रो स्टेशन पर लगभग 500 वर्षो से भी अधिक प्राचीन चिल्ला गाँव का नाम ना लिखने से चिल्ला ग्रामवासियों में रोष व्याप्त हो गया है। इस विषय को लेकर चिल्ला ग्रामवासियो का कहना है कि भारत को गाँवो का देश कहा जाता है परन्तु अब गाँवो के वजूद को ख़त्म किया जा रहा है। रेपिड मेट्रो स्टेशन के उदघाटन के अवसर पर चिल्ला ग्रामवासियो ने एकत्रित होकर बैनर-पोस्टर के जरिये अपना विरोध दर्ज कराया। इस मौक़े पर चिल्ला गाँव के आरडब्लूए अध्यक्ष हितेंद्र डेढ़ा ने बताया कि वो पिछले एक वर्ष से रेपिड मेट्रो स्टेशन पर चिल्ला गाँव का नाम दर्ज करवाने की मांग कर रहें है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों फ़रवरी व सितंबर 2024 में दिल्ली ग्रामोदय योजना के तहत ज़ब चिल्ला गाँव में डीएम, एसडीएम और एडीएम सहित अनेकों अधिकारी चिल्ला गाँव में आकर पधारें थे तो उनको भी इस बात से लिखित में अवगत कराया था कि चिल्ला गाँव की भूमि पर बनने वाले रेपिड स्टेशन पर गाँव का नाम लिखा जाए। इस सम्बन्ध में अनेकों पत्र एलजी, स्थानीय विधायक व अन्य सम्बंधित विभाग को भेजें जा चुके हैँ। इस अवसर पर बिन्दर व सभी चिल्ला ग्रामवासियो ने एक सुर में बताया कि यदि न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन पर निकट भविष्य में चिल्ला गाँव का नाम नहीं जोड़ा गया तो वो आगामी चुनावों का बहिष्कार करेंगे। आरडब्लूए के महासचिव पतराम ने कहा कि चिल्ला गाँव का ये मुद्दा उन्होंने पिछले दिनों जन संवाद के कार्यक्रम में आए केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा के सामने भी उठाया था और इस सम्बन्ध में उन्हें लिखित रूप में भी पत्र रिसीव कराया है।

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