दादरी। गौतमबुद्ध नगर जिले के दादरी तहसील क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों के निर्माण और हरे-भरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई का मामला तेजी से बढ़ता जा रहा है। खासकर, हाथीपुर उर्फ तालमपुर और दुराईन कचैड़ा रोड पर यह समस्या चिंताजनक रूप ले चुकी है। स्थानीय निवासियों ने बार-बार इस मुद्दे की शिकायत प्रशासन से की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
पेड़ों की कटाई और पर्यावरण संकट।
हरे-भरे पेड़ों की कटाई ने इलाके में पर्यावरणीय संतुलन को खतरे में डाल दिया है। पर्यावरणविदों का कहना है कि पेड़ों की इस तरह की कटाई से न केवल जैव विविधता प्रभावित हो रही है, बल्कि यह भविष्य में इलाके के जलवायु पर भी बुरा असर डालेगी।
प्रशासन की लापरवाही!
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि प्रशासन तभी कार्रवाई करता है जब अवैध मकान पूरी तरह बनकर तैयार हो जाते हैं। इसके बाद बड़े पैमाने पर मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जाती है, जिससे गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। इन लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन शुरू में ही अवैध कॉलोनियों पर रोक लगाए, तो इस तरह की समस्या से बचा जा सकता है।
न्याय की गुहार।
स्थानीय निवासियों ने एक बार फिर शासन-प्रशासन से मांग की है कि अवैध कॉलोनियों और पेड़ों की कटाई पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए। इसके साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह के अवैध कार्यों पर लगाम लग सके।
आशा है कि शासन-प्रशासन जल्द इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान देगा और क्षेत्र की प्राकृतिक संपदा को बचाने के लिए ठोस कदम उठाएगा।
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