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झूठ का पुलिंदा और राष्ट्रहित पर खतरा: एक गंभीर चेतावनी!

राष्ट्रीय दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स विशेष संवाददाता नई दिल्ली।
लेखक: जे.पी. सिंह गुर्जर
28 दिसंबर 2024
आज के दौर में, जब राष्ट्र निर्माण और प्रगति के लिए ईमानदारी और निष्ठा की आवश्यकता है, कुछ लोग झूठ और धोखे का सहारा लेकर देश को गुमराह करने में लगे हुए हैं। ऐसे ही एक व्यक्ति केजरीवाल, जो "आम आदमी" का मुखौटा पहनकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं, उनकी वास्तविकता उजागर करना मेरा कर्तव्य है।
यह व्यक्ति अन्ना हजारे जैसे सीधे-सादे राष्ट्रभक्त की छवि के पीछे छिपकर भारत की राजधानी दिल्ली में घुसपैठ करता है। उसने झूठ और धोखे का ऐसा जाल बुना कि लोग उसकी बातों में फंस गए। आइए, इस झूठ के पुलिंदे को विस्तार से समझते हैं।
झूठ और धोखे का सिलसिला
1. पार्टी न बनाने का वादा।
यह व्यक्ति शुरुआत में कहता है कि वह कोई राजनीतिक पार्टी नहीं बनाएगा। लेकिन जल्द ही "आम आदमी पार्टी" का गठन कर लिया। यह पहला धोखा था, जिसने अन्ना जैसे ईमानदार साथियों को हाशिये पर धकेल दिया।
2. पद न लेने का वादा।
उसने वादा किया कि वह पार्टी में कोई पद नहीं लेगा, लेकिन मुख्यमंत्री बनकर अपने वादे को तोड़ दिया।
3. सरकारी खर्चों में कटौती का दावा।
शीला दीक्षित के बंगले और खर्चों की आलोचना करने वाला यह व्यक्ति खुद शीशमहल जैसा आलीशान आवास बनवाता है। सरकारी गाड़ियों और सुरक्षा में कटौती का वादा करने के बावजूद, उसने इन सुविधाओं का दोगुना उपयोग किया।
4. यमुना को स्वच्छ बनाने का वादा।
यमुना नदी को निर्मल बनाने के वादे के विपरीत, इसे गंदगी का भंडार बना दिया। दिल्ली में कूड़े के पहाड़, जो खत्म होने थे, अब तीन गुना बढ़ गए हैं।
5. शिक्षा और स्वास्थ्य का झूठा प्रचार।
सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधारने और नए स्कूल बनाने का दावा किया गया, लेकिन शिक्षा का स्तर गिरकर रसातल में पहुंच गया।
6. शराब नीति और नैतिक पतन।
दिल्ली की हर गली में शराब के ठेके खुलवाकर "एक के साथ एक फ्री" जैसे प्रचार किए गए। यह नीति समाज को नशे की दलदल में धकेलने और राष्ट्र के भविष्य को बर्बाद करने का प्रयास है।
प्रदूषण और पर्यावरण पर झूठे दावे।
पराली जलाने की समस्या हल करने और प्रदूषण कम करने के वादे किए गए। "डी-कंपोजर" तकनीक का दावा किया गया, लेकिन न पराली गली, न खाद मिली, और प्रदूषण दोगुना हो गया।
बिजली और पानी की फ्री योजनाओं का सच।
बिजली और पानी मुफ्त देने के वादे के बावजूद, आम जनता को भारी बिलों का सामना करना पड़ रहा है। यह योजनाएं केवल झूठे प्रचार का हिस्सा थीं।
सतर्क रहें, सावधान रहें।
केजरीवाल जैसे धोखेबाज नेताओं का उद्देश्य राष्ट्रहित नहीं, बल्कि अपने स्वार्थ सिद्ध करना है। दिल्ली को "पेरिस" बनाने के वादे के साथ, इसे नशे, गंदगी और भ्रष्टाचार की राजधानी बना दिया गया है।
जे.पी. सिंह गुर्जर का संदेश।
मैं, जे.पी. सिंह गुर्जर, सभी राष्ट्र प्रेमियों से आग्रह करता हूं कि इस झूठ के पुलिंदे और धोखे के धंधे से सतर्क रहें। राष्ट्र की प्रगति और सुख-समृद्धि के लिए हमें ऐसे लोगों को पहचानकर उन्हें सत्ता से दूर रखना होगा। आइए, एकजुट होकर राष्ट्र को विश्वगुरु बनाने के संकल्प को पूरा करें।

धन्यवाद।
लेखक- जे.पी. सिंह गुर्जर

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