नोएडा। इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज आईएमएस नोएडा में 5 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन हुआ। सोमवार से शुक्रवार तक आयोजित इस कार्यक्रम में डिजाइन थिंकिंग के माध्यम से समस्याओं के समाधान पर चर्चा की गई। कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों को रचनात्मक सोच और नवाचार के माध्यम से जटिल समस्याओं के व्यावहारिक समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित किया गया।सोमवार को एफडीपी की शुरुआत आईएमएस नोएडा के महानिदेशक प्रोफेसर विकास धवन ने शिक्षकों के स्वागत भाषण से किया। डिज़ाइन थिंकिंग की प्रासंगिकता और शिक्षा क्षेत्र में इसके बढ़ते महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि डिज़ाइन थिंकिंग केवल तकनीकी समस्याओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और शैक्षिक मुद्दों के समाधान में भी एक क्रांतिकारी दृष्टिकोण प्रदान करता है। कार्यक्रम के दौरान, शिक्षकों ने नए दृष्टिकोण एवं तकनीकों का उपयोग करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों पर अपना विचार व्यक्त किए। उन्होंने क्लास रूम में छात्रों की कम भागीदारी, पाठ्यक्रम की रोचकता एवं प्रौद्योगिकी के बेहतर उपयोग जैसे मुद्दों पर नवाचार आधारित समाधान प्रस्तुत किए।एफडीपी के विषय विशेषज्ञ और प्रशिक्षक ने डिजाइन थिंकिंग के विभिन्न चरणों पर अपने विचार व्यक्त किए। जिसमें समस्याओं की पहचान, सहानुभूति, विचार-प्रक्रिया, प्रोटोटाइप निर्माण, और परीक्षण जैसे विषयों पर व्याख्यान और व्यावहारिक सत्र आयोजित किए। वहीं प्रतिभागियों को समूहों में विभाजित कर केस स्टडी एवं इंटरएक्टिव वर्कशॉप के माध्यम से अपनी समस्या-समाधान क्षमता को परखने और सुधारने का अवसर मिला। वहीं आईएमएस द्वारा आयोजित एफडीपी के संयोजक प्रो. राहुल पांडे ने बताया कि संस्थान की ओर से 5-5 दिनों के दो सत्रों में एफडीपी का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को प्रथम सत्र के समापन पर प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरण किए गए। उन्होंने कहा कि हम शिक्षा क्षेत्र में नवाचार और गुणवत्ता में सुधार के लिए निरंतर प्रयासरत है। यह कार्यक्रम शिक्षकों के ज्ञान के साथ-साथ,छात्रों के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
0 टिप्पणियाँ