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विश्व स्तर पर पहचान बना रहा यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण: भारत के भविष्य की ओर कदम

ओमवीर सिंह आर्य मुख्य संपादक दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स भारत।
भारत टाईम्स। देश के औद्योगिक विकास की दिशा में उत्तर प्रदेश में स्थापित यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority - YEIDA) ने पिछले कुछ वर्षों में अद्वितीय प्रगति की है, जो इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की ओर अग्रसर कर रही है। पहले जहां यह क्षेत्र ग्रेटर नोएडा और नोएडा प्राधिकरणों के साथ जोड़ा जाता था, वहीं अब यह अपनी विशिष्ट पहचान बनाने में सफल हुआ है। कम समय और अनुभवी नेतृत्व के कारण यमुना प्राधिकरण ने सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि भारत का नाम भी रोशन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्राधिकरण ने न केवल आवासीय और औद्योगिक विकास की योजनाओं के जरिए विकास को गति दी है, बल्कि पर्यटन और सांस्कृतिक पहलुओं को भी सशक्त किया है।
यमुना प्राधिकरण, आधुनिक भारत के औद्योगिक और आर्थिक केंद्रों में से एक के रूप में उभर रहा है। यहां बनने वाले विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और वैश्विक मानकों पर खरे उतरते औद्योगिक सुविधाओं ने इसे निवेशकों और उद्योगपतियों के लिए एक पसंदीदा स्थान बना दिया है। यह क्षेत्र फिल्म सिटी और फार्मूला वन जैसे प्रतिष्ठित परियोजनाओं का घर बनने जा रहा है, जो इसे न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण गंतव्य बना रहा है।
उदाहरण के तौर पर, फिल्म सिटी परियोजना पर गौर करें। फिल्म निर्माण के क्षेत्र में यह परियोजना मुंबई और अन्य वैश्विक फिल्म स्थलों के समकक्ष आने का सपना लेकर चल रही है। इससे न केवल राज्य को बल्कि देश को भी एक बड़ी पहचान मिलेगी और यह क्षेत्र भारत का मनोरंजन और सांस्कृतिक केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।
यमुना प्राधिकरण की योजनाओं की विशेषता यह है कि वे हर बार अपने ही रिकॉर्ड तोड़ने में सफल होती हैं। प्राधिकरण द्वारा जारी किए जाने वाले प्लाट्स और अन्य योजनाओं में निवेशकों की रुचि और भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है। हर योजना में बेहतर से बेहतर सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर के वायदे किए जाते हैं, जो निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनते हैं।
एक और उदाहरण फार्मूला वन रेसिंग ट्रैक का है। भारत में पहली बार इस स्तर का रेसिंग ट्रैक यहीं पर स्थापित किया गया, जिसने भारत को खेल और पर्यटन के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाई। यह ट्रैक न केवल देश के भीतर खेल प्रेमियों का ध्यान आकर्षित करता है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए भी एक आदर्श स्थान बन गया है।
यमुना प्राधिकरण का एक मुख्य उद्देश्य रोजगार सृजन और क्षेत्रीय समृद्धि है। यहां पर स्थापित हो रहे नए-नए उद्योग, उद्यमियों और युवा पीढ़ी के लिए रोजगार के अनगिनत अवसर ला रहे हैं। नए-नए उद्यमों की स्थापना से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिल रहा है, बल्कि यह क्षेत्र अपने संसाधनों का भी बेहतर उपयोग कर रहा है। इसका एक उदाहरण नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निकटता का लाभ उठाकर इसे एक लॉजिस्टिक हब के रूप में विकसित करना है। एयरपोर्ट के निकट विकसित हो रहे लॉजिस्टिक और वेयरहाउसिंग हब से स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माल की आवाजाही में सहूलियत होगी, जिससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सफलतापूर्वक लागू किए गए योजनाएं भविष्य के विकास की ओर संकेत करती हैं। इस प्राधिकरण का ध्यान न केवल आर्थिक प्रगति पर है, बल्कि यह पर्यावरण-संवेदनशील विकास पर भी जोर देता है। यमुना प्राधिकरण के तहत कई परियोजनाएं ऐसी हैं, जो हरित ऊर्जा, कचरा प्रबंधन और जल संरक्षण के प्रति सजग हैं। यह न केवल एक स्मार्ट शहर के निर्माण में सहायक है, बल्कि यह पर्यावरण के प्रति भी उत्तरदायित्व का परिचय देता है।
यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने जिस तरह से योजनाबद्ध और सशक्त ढंग से विकास की दिशा में कदम बढ़ाए हैं, उससे यह निश्चित है कि यह भविष्य में भारत के शीर्ष औद्योगिक केंद्रों में गिना जाएगा। आने वाले वर्षों में यहां बनने वाले स्मार्ट शहर और आधुनिक परियोजनाएं न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के लिए एक मिसाल साबित होंगी। यमुना प्राधिकरण न केवल देश की दशा और दिशा तय करने में सहायक है, बल्कि यह भविष्य की कल्पनाओं को हकीकत में बदलने के सपने को भी साकार कर रहा है। उत्तर प्रदेश का यह क्षेत्र निश्चित रूप से न केवल प्रदेश का, बल्कि पूरे देश का गौरव बनेगा और विश्व मंच पर अपनी रोशनी बिखेरेगा।

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