ग्रेटर नोएडा।"कूड़ा निस्तारण के लिए पहले चरण में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के 10 ग्रामों में बनाए जाएंगे एमआरएफ सेंटर""यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों संग भारत सरकार के हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स मंत्रालय के सीनियर टेक्निकल एडवाइजर के साथ लिया गया प्रेजेंटेशन""प्राधिकरण क्षेत्र की जनता को बेहतर साफ-सफाई और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के दृष्टिगत शीघ्र ही स्वास्थ्य विभाग का किया जाएगा गठन""यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 32 में स्थापित किया जाएगा ट्रांसफॉर्मर्स रिपेयर का कारखाना"जैसा कि ज्ञात ही है कि यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में अभी तक सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट हेतु कोई योजना नहीं थी, जिसको लेकर आज दिनांक 05 नवंबर 2024 को जेवर के विधायक श्री धीरेन्द्र सिंह ने भारत सरकार के हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स मंत्रालय के सीनियर टेक्निकल एडवाइजर ओमेंद्र श्रीवास्तव के साथ यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सभागार कक्ष में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री अरुणवीर सिंह, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी कपिल सिंह, एसीईओ श्रुति, विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र सिंह व शैलेंद्र भाटिया, राजेश सिंह आदि अधिकारियों के साथ बैठक की तथा प्रथम चरण में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के 10 ग्रामों में एमआरएफ सेंटर बनाए जाएंगे, जिससे कूड़ा का निस्तारण नहीं किया जा सकेगा। इसी प्रकार ग्रेटर नोएडा तथा जेवर क्षेत्र के विद्युत संबंधी ट्रांसफॉर्मर्स की रिपेयर का कार्य जनपद बुलंदशहर तथा नोएडा स्थित कारखानों में किया जाता था, जिससे उपभोक्ताओं को सीजन में ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराने में विलंब होता था, उसी को देखते हुए जेवर विधायक श्री धीरेन्द्र सिंह ने पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड नोएडा के मुख्य अभियंता श्री हरीश बंसल और अधिशासी अभियंताओं और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के संग बैठक कर, यमुना क्षेत्र के सेक्टर 32 में ही ट्रांसफॉर्मर रिपेयर का कारखाना बनाए जाने के लिए कहा, जिस पर सैद्धांतिक सहमति हो गई है, जिससे शीघ्र ही कारखाना स्थापित होगा, जिससे उपभोक्ताओं को पीक सीजन में ट्रांसफार्मर की उपलब्धता शीघ्रता से हो पाएगी।इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग के न हो पाने के कारण बरसात के सीजन और उसके बाद फैलने वाले संक्रामक रोगों पर सही पर्यवेक्षण न होने के कारण जनता को कष्ट झेलने पड़ते थे, उसी को देखते हुए, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में हेल्थ विभाग का गठन किया जाएगा तथा जरूरी उपकरण जैसे फॉगिंग मशीन आदि खरीदी जाएंगी। बढ़ते वायु गुणवत्ता को देखते हुए शीघ्र ही 04 स्मोक गन, जो यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में नियमित पानी का छिड़काव करेंगे, जिससे वायु प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।
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