ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय में 27वीं आईईईई इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत हो गई है। वायरलेस पर्सनल मल्टीमीडिया कम्युनिकेशन के साथ सिक्योर 6जी - एआई नेक्सस पर नवाचारों पर विशेषज्ञ अपने विचार रखें। संगोष्ठी शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और चिकित्सकों को संगोष्ठी में अपने मूल शोध योगदान प्रस्तुत किए। कार्यक्रम शिक्षकों और छात्रों के लिए आवश्यकताओं इंजीनियरिंग के अनुशासन में सबसे हालिया नवाचारों, अनुभवों और चिंताओं पर चर्चा की गई। इस दौरान विशेषज्ञों ने शोधकर्ताओं और छात्रों के सवालों के जवाब दिए।विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ सिबाराम खारा ने बताया कि सोमवार को संगोष्ठी का विधिवत शुभारंभ होगा। इसमें देश विदेश के जाने माने विशेषज्ञ,शोधकर्ता, चिकित्सक,वैज्ञानिक, इंजीनियर मौजूद रहेंगे। इसका उद्देश्य दुनिया भर के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के लिए औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में नवीनतम शोध निष्कर्षों और विचारों को साझा करने के लिए एक मंच बनाना है। यह सम्मेलन विज्ञान, प्रौद्योगिकी और फेलोशिप को आगे बढ़ाने के लिए पेशेवर बातचीत को प्रोत्साहित करता है।इस अवसर पर डॉ. आइरीन विला मुनोज़ बार्सिलोना स्पेन ने कहा कि एआई, संचार सेवा प्रदाताओं सीएसपी को 5जी पर स्विच करने के लिए अपने नेटवर्क में किए जा रहे निवेश की भरपाई करने में मदद करेगा। एआई को अपनाने से नई डेटा चुनौतियां पैदा हो रही हैं, भले ही यह नेटवर्क जटिलताओं को हल कर रहा हो। एआई विभिन्न उपयोग मामलों में सब-7 गीगाहर्ट्ज और एमएमवेव में 5G संचालन के प्रदर्शन और दक्षता को लाभ पहुंचा सकता है।इस दौरान विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर डॉ परमानंद,डीन रिसर्च डॉ भुवनेश कुमार,डॉ पल्लवी गुप्ता,डॉ अमित सहगल,एडमिशन डायरेक्टर डॉ राजीव गुप्ता,डॉ आरसी सिंह,डायरेक्टर पीआर डॉ अजीत कुमार समेत विभिन्न विभागों के डीन और एचओडी मौजूद रहे।
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