ग्रेटर नोएडा टाईम्स। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा डीएससी रोड पर लंबे समय से रुके हुए निर्माण कार्य को अधिवक्ताओं और जन आंदोलन सामाजिक संगठन के प्रयासों के बाद आंशिक रूप से पूरा किया गया है। हालांकि, डिवाइडर न बनाए जाने और सड़क के दोनों ओर अवैध गतिविधियों की वजह से यह सड़क दुर्घटनाओं का केंद्र बनती जा रही है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा डीएससी रोड का निर्माण तो कर दिया गया, लेकिन डिवाइडर न बनाने के कारण यह सड़क एक खतरनाक क्षेत्र में बदल गई है। डिवाइडर की अनुपस्थिति से वाहनों के बीच अनियंत्रित यातायात होता है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। खासकर देवला और तिलपता चौक के पास यह स्थिति और भी गंभीर हो जाती है, जहां अव्यवस्थित ट्रैफिक और अवैध गतिविधियां सड़क को और अधिक जोखिमपूर्ण बना रही हैं।
सड़क के दोनों ओर, देवला और तिलपता चौक के पास अवैध रूप से रोड़ी और बदरपुर का स्टॉक जमा किया जा रहा है, जिससे यातायात में बाधा उत्पन्न होती है। इसके अलावा, तिलपता चौक पर पुलिस की मिलीभगत से ईंटों से भरे ट्रैक्टर चौकी के पास अव्यवस्थित खड़े रहते हैं, जिससे सड़क पर गाड़ियों के आने-जाने में दिक्कत होती है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस की नाक के नीचे यह अवैध गतिविधियां हो रही हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
डीएससी रोड पर अवैध निर्माण सामग्री और अव्यवस्थित रूप से खड़े ट्रैक्टर दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण बन रहे हैं। स्थानीय निवासियों और राहगीरों के अनुसार, यहां पर कई बार बड़े हादसे हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन और पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। अवैध गतिविधियों पर रोक न लगने और प्राधिकरण द्वारा डिवाइडर न बनाने के कारण सड़क दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।
जन आंदोलन सामाजिक संगठन और स्थानीय अधिवक्ता लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं। वे चाहते हैं कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण न केवल डिवाइडर का निर्माण करे बल्कि सड़क के दोनों ओर अवैध गतिविधियों पर भी रोक लगाए। पुलिस प्रशासन से भी कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है ताकि तिलपता चौक पर अवैध ट्रैक्टरों की गतिविधियों पर रोक लगे और सड़क को सुरक्षित बनाया जा सके। जन आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमवीर आर्य एडवोकेट ने बताया कि
स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही प्राधिकरण और पुलिस प्रशासन इन समस्याओं का समाधान करेंगे। अगर समय रहते अवैध गतिविधियों और अधूरी निर्माण परियोजनाओं पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह सड़क और अधिक खतरनाक हो सकती है।
डीएससी रोड की स्थिति पर प्रशासन की लापरवाही से अब यह सड़क हादसों का अड्डा बनती जा रही है। स्थानीय निवासियों और संगठनों की आवाज को नजरअंदाज करना भविष्य में और बड़े हादसों को आमंत्रण देना हो सकता है।
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