भारत। ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गांवों के निवासियों का जीवन इन दिनों प्राधिकरण की लापरवाही के कारण बेहद कष्टकारी हो गया है। क्षेत्र के कई गांव, विशेष रूप से रोजा, जलालपुर, सादुलपुर, वेदपुरा सैनी और सुनपुरा,तिलपता बदहाल सड़कों, गंदगी और जलभराव की समस्या से बुरी तरह प्रभावित हैं। यहां की सड़कें इस कदर खराब हैं कि ग्रामीणों को प्रतिदिन टूटी-फूटी सड़कों से गुजरने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। न केवल सड़कें, बल्कि गांवों में गंदगी का आलम इस हद तक पहुंच गया है कि लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं और स्वच्छता का कोई प्रबंध नहीं है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की जिम्मेदारी होते हुए भी ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों की कमी और बुनियादी सुविधाओं का अभाव चिंता का विषय बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के समय जलभराव की समस्या इतनी बढ़ जाती है कि घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण गंदा पानी सड़कों पर ठहर जाता है, जिससे सड़कों की हालत और भी बदतर हो जाती है।
इन गांवों के लोग लंबे समय से इन समस्याओं को लेकर प्राधिकरण से अपील कर रहे हैं, लेकिन उनकी समस्याओं की अनदेखी की जा रही है। ग्रामीणों का जीवन इस हद तक प्रभावित हो गया है कि उन्हें रोजाना इन समस्याओं से जूझना पड़ता है। बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है, क्योंकि गंदगी और जलभराव से मच्छरों और अन्य बीमारियों का प्रसार हो रहा है।
प्राधिकरण की लापरवाही अब ग्रामीणों के लिए एक बड़ा मुद्दा बन चुकी है। यदि जल्द ही इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो यह न केवल ग्रामीणों के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गंभीर परिणाम ला सकता है। अब वक्त आ गया है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इस ओर ध्यान दे और ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करे।
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