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तिरुपति बालाजी के प्रसाद में चर्बी मिलने वालों को मिले फांसी की सजा: स्वामी चक्रपाणि महाराज की मांग

रामानन्द तिवारी संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स नई दिल्ली।
देहरादून/नई दिल्ली: अखिल भारत हिंदू महासभा और संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने तिरुपति बालाजी के प्रसाद में कथित रूप से पशु चर्बी मिलने पर कड़ा विरोध जताया और दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की। देहरादून में भाजपा के संस्थापक सदस्य और पूर्व राज्यसभा सांसद आर.के. सिन्हा के 74वें जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम 'संगत पंगत' में स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि आंध्र प्रदेश की जगन मोहन रेड्डी सरकार ने हिंदुओं के साथ धोखा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रसाद में सूअर और मछली की चर्बी मिलाकर हिंदू धर्म को अपवित्र करने का प्रयास किया गया, जो अत्यंत निंदनीय और महापाप है।
स्वामी जी ने कहा, “हिंदू सनातन धर्म पर हो रहे हमलों का सामना करने के लिए हमें संगठित और जागरूक रहना होगा।” उन्होंने सभी न्यायालयों में भगवान चित्रगुप्त महाराज की तस्वीर लगाने की भी मांग की।
इस अवसर पर आर.के. सिन्हा ने स्वामी चक्रपाणि के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर हिंदू धर्म पर आंच नहीं आने दी जाएगी। कार्यक्रम में सिन्हा जी का भव्य स्वागत किया गया और कवि सम्मेलन व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में कई प्रमुख हस्तियों ने शिरकत की, जिनमें उत्तराखंड के कई पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश के वन मंत्री अरुण सक्सेना, और केंद्रीय स्तर के अन्य नेता शामिल थे।

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