चिल्ला गांव में गलत बिजली बिलों का आतंक: बीएसईएस की लापरवाही से गांववासी परेशान, विधायक से भी नहीं मिली राहत!

कमल प्रजापति संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स पूर्वी दिल्ली।
विधायक को ज्ञापन सौंपते चिल्ला गांव के RWA के पदाधिकारीगण।
पूर्वी दिल्ली। चिल्ला गांव के निवासी पिछले एक साल से बिजली के गलत और अत्याधिक बिलों से जूझ रहे हैं। बीएसईएस द्वारा जारी किए जा रहे बिल, गांववासियों के उपभोग की गई बिजली की वास्तविक खपत से कई गुना अधिक हैं, जिससे गांव के लोगों में आक्रोश है। इस समस्या के समाधान के लिए गांव के निवासियों ने बीएसईएस के अधिकारियों से कई बार शिकायत की, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकला। 
बीएसईएस के अधिकारियों का दावा है कि चिल्ला गांव में वाई-फाई मीटर के माध्यम से यूनिट दर्ज की जा रही हैं, लेकिन सर्वर की समस्या के कारण पुराने रिकॉर्ड के आधार पर बिल भेजे जा रहे हैं। यह स्थिति गांववासियों के लिए भारी वित्तीय बोझ बन गई है। कई परिवारों को लाखों रुपये के बिल मिले हैं, जिससे उनके लिए बिल भरना असंभव हो गया है। 
चिल्ला गांव की आरडब्ल्यूए चिल्ला गांव जन कल्याण समिति ने इस मुद्दे पर दिल्ली के उपराज्यपाल, सांसद हर्ष मल्होत्रा, और विधायक रोहित मेहरोलिया सहित कई सरकारी अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आरडब्ल्यूए महासचिव पतराम का कहना है कि यह भेदभावपूर्ण रवैया केवल चिल्ला गांव में ही देखा जा रहा है, जहां वाई-फाई मीटर लगाए गए हैं। 
बीएसईएस की लापरवाही और गलत बिल भेजने की इस प्रक्रिया ने गांववासियों के जीवन को कठिन बना दिया है। जबरन वसूली जैसे इन आरोपों पर सरकार की चुप्पी से गांववासी हताश और क्रोधित हैं। बिजली विभाग की इस तानाशाही के खिलाफ गांव में विरोध की भावना बढ़ रही है, और गांव वासी न्याय की मांग कर रहे हैं। चिल्ला गांव के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष हितेंद्र डेढा ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक रोहित मेहरोलिया को ज्ञापन सौंपने के उपरांत विधायक ने ने चिल्ला के की आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों को आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द उपरोक्त समस्याओं का समाधान किया जायेगा।

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