ग्रेटर नोएडा।यह त्यौहार देवी पार्वती को समर्पित है और वर्षों की तपस्या के बाद भगवान शिव के साथ उनके मिलन की याद दिलाता है।हमारा देश विभिन्नता में एकता का प्रतीक है। हमारे देश की महान संस्कृति अपने आप में दुनिया की सबसे महान और सनातन संस्कृति है। यहाँ पर वर्ष में अनेकों त्योहार मनाये जाते हैं जिसमें तीजों का त्योहार भी अपने आप में बहुत ही महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। जो मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा मनाया जाता है, खासकर भारत के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में। यह त्यौहार देवी पार्वती को समर्पित है और वर्षों की तपस्या के बाद भगवान शिव के साथ उनके मिलन की याद दिलाता है। तीज वैवाहिक आनंद, जीवनसाथी और बच्चों की भलाई और शरीर और आत्मा की शुद्धि का उत्सव है।इस कार्यक्रम् का आयोज़न सुधा जोशी शैली शर्मा एवं उनकी सहयोगीं टीम रुचि मेहता, पारुल पाल तथा जेपी अमन की अन्य महिलाओं द्वारा हर साल धूमधाम से मनाया जाता है| इसी परंपरा को आगे बड़ातै हुए इस साल ये प्रोग्राम 13 अगस्त, 2024 को जीवीएआई, एडब्ल्यूएचओ ग्रेटर नोएडा में तीज मनायी गयी|हरा रंग अक्सर त्योहार से जुड़ा होता है क्योंकि यह मानसून के मौसम में आने वाली हरी-भरी हरियाली को दर्शाता है, जब तीज मनाई जाती है।कार्यक्रम की शुरूआत मधुमिता जी के गायन से हुई|यह कार्यक्रम एक जीवंत उत्सव था, जिसमें पारुल पाल, रुचि मेहता, अनामिका, निहारिका, मांडवी, मीनाक्षी, पूनम, मधुमिता, राधिका जी अनीता जी पूनम जी सुधा जी मंजु जी सुनीता जी और कई अन्य प्रतिभाशाली प्रतिभागियों द्वारा मनमोहक नृत्य प्रस्तुतियों की एक श्रृंखला थी। उत्सव ऊर्जा, उत्साह और समुदाय की मजबूत भावना से भरा हुआ था, क्योंकि महिलाएं नृत्य और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति के माध्यम से तीज की भावना का सम्मान करने के लिए एक साथ आईं।इस त्योहार में विभिन्न अनुष्ठान शामिल होते हैं, जिनमें उपवास, गायन, नृत्य और अपने पतियों की लंबी उम्र और खुशी के लिए प्रार्थना करना शामिल है। यह महिलाओं के लिए एक साथ आने, अपने बंधनों को मजबूत करने और उत्सव के माहौल का आनंद लेने का भी समय है।
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