अखंड भारत संकल्प दिवस पर विचार गोष्ठी: सांस्कृतिक जुड़ाव से होगा अखंड भारत का निर्माण

कर्मवीर आर्य संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतमबुद्ध नगर।
गौतमबुद्ध नगर, 14 अगस्त 2024 – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क विभाग द्वारा आज अखंड भारत संकल्प दिवस के उपलक्ष्य में एक विचार गोष्ठी का आयोजन जीएल बजाज प्रौद्योगिकी संस्थान के सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्रीमान वेदपाल जी, सह संपर्क प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मेरठ प्रांत रहे। विशिष्ट अतिथियों में पूर्व कुलपति डॉ. राकेश कुमार खांडल और भारतीय विश्वविद्यालय संघ के संयुक्त सचिव डॉ. आलोक कुमार मिश्रा शामिल थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्लिस आयुर्वेद के प्रणेता, डॉ. नितिन अग्रवाल ने की। 

कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसके बाद डॉ. राकेश खांडल ने अपने संबोधन में कहा कि भारत एक ऐसा राष्ट्र है, जहां के नागरिकों की आत्मा संस्कार से जुड़ी हुई है। यही कारण है कि भारतवर्ष का मित्रभाव रूस, यूक्रेन, इसराइल, और फिलिस्तीन जैसे देशों से भी जुड़ा हुआ है।

मुख्य वक्ता श्रीमान वेदपाल ने अपने प्रेरक उद्बोधन में भारतवर्ष के विभाजन और उसके परिणामों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि 14 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि को भारतवर्ष का विभाजन हुआ, जिसके बाद स्वतन्त्रता प्राप्ति का क्षण तो आया, लेकिन उसके साथ ही वीभत्स नरसंहार की त्रासदी भी आई। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक रूप से विखंडित हुए भारत को फिर से एकजुट करना और अखंड भारत का संकल्प पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने महर्षि अरविंद के विचारों को उद्धृत करते हुए कहा कि "अखंड भारत का सपना सांस्कृतिक रूप से जुड़ाव से ही साकार हो सकता है।"

इस विचार गोष्ठी में समाज के विभिन्न वर्गों और कार्यक्षेत्रों से जुड़े विद्वानों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने सांस्कृतिक एकता और अखंड भारत के संकल्प को पुनः जागृत करने की प्रतिबद्धता जताई। 

गोष्ठी का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और इसने उपस्थित जनसमूह को सांस्कृतिक एकता के महत्व और अखंड भारत के निर्माण की दिशा में प्रेरित किया।
विचार गोष्ठी में विभाग प्रचरक प्रवीर, जिला संचालक माननीय नौरंग, विभाग शारीरिक प्रमुख अनुज आर्य , जिला कार्यवाह राजकुमार जिला सह कार्यवाह  जिला प्रचरक गोरव,जिला प्रचार प्रमुख राकेश, संपर्क प्रमुख प्रमोद, जिला बौद्धिक प्रमुख अशोक एवं सह बौद्धिक अलंकार कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

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