मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतमबुद्ध नगर।
दादरी। ग्राम दुजाना, सोमवार: ग्राम दुजाना के निवासियों के लिए उनके ग्राम सचिव, अंकित, एक अभिशाप बन गए हैं। ग्राम सचिव या गांव सचिव एक ग्राम का जिम्मेदार व्यक्ति माना जाता है। जो गांव के विकास के लिए कार्य करता है। ग्राम सचिव की नियुक्ति सरकार द्वारा की जाती है। जो सरकार और ग्राम पंचायत के बीच कड़ी का काम करता है। लेकिन ग्रामीण सचिव पर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए, ग्रामवासी अब उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। ग्रामवासी क्रपाल नागर, जो पिछले दो तीन वर्ष पूर्व पुत्र और पुत्रवधू की मृत्यु हो गई थी महीनों से अपने पुत्र और पुत्रवधू के मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए ग्राम सचिव के पीछे-पीछे भटक रहे हैं, उनकी व्यथा इस समस्या का ज्वलंत उदाहरण है। ग्राम सचिव ने इस काम के लिए हजारों रुपये की मांग की है।
यह समस्या केवल क्रपाल नागर तक सीमित नहीं है। दर्जनों ग्रामीण ग्राम सचिव के भ्रष्टाचार और अनियमितताओं से पीड़ित हैं। जन्म प्रमाण पत्र के लिए अभिभावक महीनों से सचिव के पीछे दौड़ रहे हैं, और इसी कारण कई नन्हे-मुन्ने बच्चे स्कूल में दाखिले से वंचित रह गए हैं। इस प्रकार, ग्राम सचिव की लापरवाही और भ्रष्टाचार ने बच्चों का भविष्य दांव पर लगा दिया है। वहीं मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए भी खुली रिश्वत मांगी जा रही है, जिससे ग्रामवासी बेहद परेशान हैं।
कई ग्रामवासियों का कहना है कि ग्राम सचिव ने दुजाना गांव को अपनी उंगलियों पर नचा रखा है। मंगल, बबीता, गुरुजी, जुल्फी, केला एवं दर्जनों फाइलें महीनों से धूल फांक रही हैं, और अगर कोई ग्रामवासी उच्च अधिकारियों से शिकायत करता है, तो उसे ग्राम सचिव की सीधी चुनौती का सामना करना पड़ता है। ग्राम सचिव का दावा है कि जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
इस स्थिति से निपटने के लिए ग्रामवासी उच्च अधिकारियों से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। गांव में बढ़ते आक्रोश को देखते हुए, यह आवश्यक है कि प्रशासन शीघ्र ही इस मामले में हस्तक्षेप करे और भ्रष्ट ग्राम सचिव के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। किर्पाल नागर और अन्य ग्रामवासियों के लिए यह देखना महत्वपूर्ण है कि उच्च अधिकारी कब और कैसे इस मामले में न्याय प्रदान करेंगे।
दुजाना गांव के निवासियों का यह भी कहना है कि ग्राम सचिव के भ्रष्टाचार के कारण गांव में विकास कार्य ठप हो गए हैं। सरकारी योजनाओं का लाभ गांववासियों तक नहीं पहुंच रहा है, और जिन योजनाओं का लाभ मिल भी रहा है, उनमें भी भ्रष्टाचार व्याप्त है। ग्रामवासियों का कहना है कि अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे और न्याय की गुहार लगाएंगे।
ग्राम दुजाना में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को देखते हुए, यह आवश्यक है कि प्रशासन शीघ्रता से कार्रवाई करे। ग्रामीणों के साथ न्याय हो और उन्हें उनके अधिकार प्राप्त हों, यही उनकी मांग है। अब यह देखना बाकी है कि उच्च अधिकारी ग्राम सचिव के खिलाफ कब और कैसे कार्रवाई करेंगे और ग्रामवासियों को न्याय दिलाएंगे।
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