गाजियाबाद। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर गोविंदपुरम में प्राण योग ट्रस्ट द्वारा नि:शुल्क चिकित्सा साधना शिविर का आयोजन किया गया।शिविर में समस्त शारीरिक, मानसिक समस्याओं का प्राण योग से निदान हेतु जानकारी प्रदान की गई। उक्त चिकित्सा साधना शिविर को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए हिंदी के प्रख्यात साहित्यकार (लेखक, कवि) नागेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि प्राण योग के द्वारा हम गंभीर से गंभीर रोगों का इलाज बिना दवा के कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा शरीर पांच तत्वों पृथ्वी, जल, वायु,आकाश तथा अग्नि से बना है इसमें किसी भी तत्व के असंतुलन से ही शरीर बीमारियों का घर बन जाता है प्राण योग एक ऐसा योग है जिसमें हम साधना के द्वारा जो चाहे वह प्राप्त कर सकते हैं।हमारे देश में ऋषि, मुनि साधना में लीन रहते थे और इस कारण लंबी आयु तक जीवित रहते थे।आज हम भी योग साधना को अपनाकर रोग मुक्त हो दीर्घायु प्राप्त कर सकते हैं एवं स्वस्थ रह सकते हैं। केंद्र संचालिका मोनिका ने ओंकार जाप, आभा मंडल की सफाई, पांच प्रतिज्ञा के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं नंदग्राम की केंद्र संचालिका मधु भारती ने शिव शक्ति साधना, प्राण वृद्धि साधना एवं शवासन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि सभी लोगों को स्वस्थ रहने के लिए प्राण योग अपनाना चाहिए। उक्त शिविर के आयोजन में प्रमुख रूप से बलराम, योगी ललित वर्मा, संजय तिवारी आदि ने सक्रिय योगदान किया।
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