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स्वामी चक्रपाणि महाराज का ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर तीखा हमला: 'समान नागरिक संहिता का विरोध निंदनीय, संविधान मानना होगा'

रामानन्द तिवारी संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स नई दिल्ली।
नई दिल्ली। अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) द्वारा समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) के विरोध को अति निंदनीय करार दिया है। उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले सभी नागरिकों को संविधान का पालन करना होगा और समान नागरिक संहिता को स्वीकार करना होगा, जिसमें सभी नागरिकों को समान अधिकार मिलते हैं।

स्वामी चक्रपाणि महाराज ने अपने बयान में कहा कि जो लोग समान नागरिक संहिता को मानने से इनकार करते हैं, उन्हें भारत के बजाय उन मुस्लिम देशों में जाना चाहिए जहां शरिया कानून का पालन किया जाता है। उन्होंने कहा, "भारत का संविधान सर्वोच्च है और इसे मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। अगर कुछ लोग शरिया कानून को प्राथमिकता देते हैं, तो उनके लिए 56 मुस्लिम देश हैं जहां वे जा सकते हैं।"

स्वामी चक्रपाणि का यह बयान उस समय आया है जब देश में समान नागरिक संहिता को लेकर बहस छिड़ी हुई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह संहिता न केवल हिंदुओं बल्कि सभी धर्मों के लोगों के लिए समान रूप से लागू होगी, और इसे लागू करना भारत के विकास और एकता के लिए आवश्यक है।

यह बयान विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में चर्चा का विषय बन गया है। अब देखना होगा कि सरकार और समाज के अन्य हिस्सों से इस पर कैसी प्रतिक्रिया मिलती है।

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