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हजरत मखदूम अशरफ के 638वें वार्षिक उर्स का भव्य आगाज, विश्वशांति और खुशहाली के लिए मांगी गईं दुआएं

दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स अम्बेडकर नगर संवाददाता मसूद हक्कानी की रिपोर्ट।
अम्बेडकर नगर। अम्बेडकर नगर में सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के 638वें वार्षिक उर्स का शुभारंभ धूमधाम से हुआ। 25 मुहर्रम को आयोजित इस कार्यक्रम के प्रथम दिन सज्जादानशीन और आल इंडिया सुन्नी जमीयतुल ओल्या के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैय्यद शाह मोइनुद्दीन अशरफ़ खानकाहे हुसैनिया अशरफिया से सैकड़ों साल पुराना खिरका मुबारक पहनकर आस्ताने मखदूम अशरफ पर पहुंचे। वहाँ खिरकापोशी की रस्म अदा की गई। इस मौके पर देश-विदेश से आए अकीदतमंदों और दर्शनार्थियों ने भारत की खुशहाली और विश्वशांति के लिए दुआएं मांगी।
सज्जादानशीन सैय्यद शाह मोइनुद्दीन अशरफ़ ने आस्ताने पर संदलपोशी, गुलपोशी और रस्म-ए-गागर भी अदा की। इसके पूर्व, खानकाहे हुसैनिया अशरफिया से सज्जादानशीन का जुलूस निकाला गया जिसमें अहले खानदान, ओलमा, मशायख, खुद्दाम, मुजाविरीन और फुकरा शामिल थे। सभी ने मिलकर आस्ताने तक जुलूस निकाला और वहां पर सज्जादानशीन का भव्य स्वागत किया गया।
इस अवसर पर सैय्यद शाह मोइनुद्दीन अशरफ़ ने अपने संबोधन में सभी अकीदतमंदों को सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की शिक्षाओं का पालन करने और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने की अपील की। उन्होंने देश में शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की और उर्स में आए हुए सभी लोगों को हजरत मखदूम अशरफ की बरकतें प्राप्त होने की दुआ की।
उर्स का यह भव्य आयोजन सूफी संत की महानता और उनके द्वारा स्थापित आध्यात्मिक विरासत का सम्मान करते हुए संपन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी लोग आध्यात्मिक ऊर्जा और संतोष से परिपूर्ण हुए।

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