नई दिल्ली। अखिल भारत हिंदू महासभा और संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, स्वामी चक्रपाणि महाराज ने बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार और उनकी मां-बहनों के सम्मान की रक्षा हेतु भारतवासियों से 21 अगस्त 2024 को एक दिन के लिए स्वेच्छा से शांतिपूर्ण भारत बंद की अपील की है।
स्वामी चक्रपाणि महाराज का कहना है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों और हिंसा को रोकने के लिए यह कदम उठाना आवश्यक है। उन्होंने भारत के सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे इस भारत बंद में शामिल होकर एकजुटता का प्रदर्शन करें और पीड़ित हिंदुओं को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाएं।
स्वामी चक्रपाणि महाराज ने इस बंद को पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक रखने की अपील की है। उनका मानना है कि जब तक पूरे भारत में लोग एकजुट होकर विरोध दर्ज नहीं करेंगे, तब तक बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों को रोकना मुश्किल होगा।
उन्होंने सभी राज्यों और शहरों के लोगों से यह भी कहा है कि वे स्थानीय स्तर पर ज्ञापन सौंपें, ताकि भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों की ओर खींचा जा सके।
स्वामी चक्रपाणि महाराज ने भारत बंद को एक नैतिक कर्तव्य बताते हुए कहा कि यह सिर्फ हिंदुओं की बात नहीं है, बल्कि इंसानियत और न्याय की बात है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बंद के माध्यम से भारतवासियों को यह संदेश देना चाहिए कि हम किसी भी प्रकार के अत्याचार के खिलाफ खड़े हैं और पीड़ितों के साथ हैं।
21 अगस्त 2024 का यह भारत बंद एक प्रतीकात्मक कदम होगा, जो बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ हमारी एकजुटता और संकल्प को प्रदर्शित करेगा।
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