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भाजपा नेता सुनील भाटी का राजस्थान भ्रमण: 'मां पन्नाधाय के परिवार की दुर्दशा पर सरकार का ध्यान आवश्यक'

मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतमबुद्ध नगर।
राजस्थान/नोएडा,15 जुलाई 2024: भाजपा जिला उपाध्यक्ष, गौतम बुद्ध नगर, सुनील भाटी ने राजस्थान भ्रमण के दौरान राजसमंद जिले के कमेरी गांव में स्थित मां पन्नाधाय के परिवार से मुलाकात की और उनकी स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। 
सुनील भाटी ने कहा, "हमने मां पन्नाधाय गुजरी ससुराल गांव कमेरी में उनकी 11वीं पीढ़ी के सदस्यों से मिलकर उनके बारे में जाना। यह परिवार आज भी संघर्षमय जीवन जी रहा है, जहां शिक्षा का अभाव स्पष्ट दिखाई देता है। परिवार का कोई भी सदस्य 12वीं कक्षा से ऊपर पढ़ा लिखा नहीं है, जो कि बहुत ही चिंताजनक स्थिति है।"
मां पन्नाधाय ने मेवाड़ और हिंदुत्व की रक्षा के लिए अपने इकलौते बेटे चंदन चौहान का बलिदान दिया था। यह बलिदान भारतीय इतिहास में अद्वितीय है और इसे दुनिया में कहीं और देखने को नहीं मिलता। "मेरी सरकार से मांग है कि वे ऐसे परिवारों पर ध्यान दें जिन्होंने हमारे इतिहास और संस्कृति के लिए इतना बड़ा त्याग किया है," 
भाटी ने यह भी बताया कि मां पन्नाधाय का परिवार आज भी आर्थिक और शैक्षिक कठिनाइयों का सामना कर रहा है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतना महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक परिवार आज भी सरकारी सहायता और समर्थन से वंचित है। यह हमारे समाज और सरकार दोनों की जिम्मेदारी है कि हम ऐसे परिवारों की मदद करें और उनकी आवश्यकताओं को पूरा करें।
सुनील भाटी ने सरकार से आग्रह किया कि वह इस परिवार की स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए। "मां पन्नाधाय के बलिदान को सम्मान देने का सबसे अच्छा तरीका होगा कि हम उनके परिवार की वर्तमान स्थिति को सुधारें और उन्हें आवश्यक शैक्षिक और आर्थिक सहायता प्रदान करें।
भाटी ने यह भी सुझाव दिया कि सरकार को एक विशेष योजना बनानी चाहिए जो ऐतिहासिक और वीरतापूर्ण परिवारों के कल्याण और उन्नति के लिए समर्पित हो। ऐसे परिवारों को समर्थन देने से न केवल उनके जीवन में सुधार होगा, बल्कि यह समाज में एक सकारात्मक संदेश भी जाएगा कि हम अपने इतिहास और संस्कृति के रक्षकों का सम्मान करते हैं और उनकी याद को जीवित रखते हैं।
इस अवसर पर सुनील भाटी ने कमेरी गांव के निवासियों और मां पन्नाधाय के परिवार के सदस्यों से भी मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह सरकार के सामने उनकी समस्याओं को उठाएंगे और उनके समाधान के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। 
"हम सभी का कर्तव्य है कि हम ऐसे परिवारों का सम्मान करें और उनकी मदद करें जिन्होंने हमारे समाज और देश के लिए इतना बड़ा बलिदान दिया है। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है और हम इसे हर हाल में पूरा करेंगे," यह बयान सरकार और समाज दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है और उम्मीद है कि सरकार इस दिशा में आवश्यक कदम उठाएगी। मां पन्नाधाय के परिवार की दुर्दशा पर ध्यान देने से हमारी संस्कृति और इतिहास के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ेगी।

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