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सामाजिक कार्यकर्ता रश्मि पाण्डेय का आरोप: "ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की लापरवाही से जनता का जीवन नरकीय"

आर डी खान संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ग्रेटर नोएडा वेस्ट।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट, 9 जुलाई: सामाजिक कार्यकर्ता रश्मि पाण्डेय ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की जनता हर साल बारिश के मौसम में नरकीय जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर है। पाण्डेय ने कहा कि शहर के नालों की सही समय पर सफाई नहीं होने के कारण जलजमाव और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिससे लोगों का जीवन अत्यधिक प्रभावित हो रहा है।

रश्मि पाण्डेय ने अपने बयान में कहा, "ग्रेटर नोएडा वेस्ट को हाई-टेक सिटी के रूप में विकसित करने का वादा किया गया था, लेकिन वर्तमान स्थिति इसके विपरीत है। जनता ने यह सोचकर यहां अपने आशियाने बसाए थे कि उन्हें एक आधुनिक और सुविधाजनक जीवन मिलेगा, लेकिन वास्तविकता में उन्हें हर साल बारिश के मौसम में नारकीय स्थिति का सामना करना पड़ता है।"

पाण्डेय ने प्राधिकरण पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह समस्या हर साल उठाई जाती है, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला जाता। उन्होंने कहा, "प्राधिकरण को हर साल इस समस्या से अवगत कराया जाता है, लेकिन इसके बावजूद नालों की समय पर सफाई नहीं की जाती है। नतीजा यह होता है कि बारिश के समय जलजमाव और गंदगी के कारण लोगों को असहनीय समस्याओं का सामना करना पड़ता है।"

उन्होंने बताया कि बारिश के कारण शहर की सड़कें जलमग्न हो जाती हैं, जिससे ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, जलजमाव के कारण संक्रामक बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। पाण्डेय ने कहा, "प्राधिकरण की लापरवाही के कारण जनता को हर साल इन्हीं समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यदि समय पर नालों की सफाई कर दी जाए और जलनिकासी की व्यवस्था सही हो, तो इन समस्याओं से बचा जा सकता है।"

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की जनता ने भी पाण्डेय के आरोपों का समर्थन किया है। कई निवासियों ने बताया कि वे हर साल बारिश के मौसम में इसी तरह की समस्याओं का सामना करते हैं। एक निवासी ने कहा, "हमने यहां अपना घर इसलिए बसाया था क्योंकि हमें एक बेहतर और सुरक्षित जीवन की उम्मीद थी। लेकिन हर साल बारिश के मौसम में हमें नर्क जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता है। प्राधिकरण की लापरवाही के कारण हमारी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।"

रश्मि पाण्डेय ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से अपील की है कि वे जल्द से जल्द इस समस्या का स्थायी समाधान निकालें। उन्होंने कहा, "प्राधिकरण को चाहिए कि वे नालों की सफाई और जलनिकासी की व्यवस्था को प्राथमिकता दें। जनता की समस्याओं को गंभीरता से लें और उन्हें राहत देने के लिए ठोस कदम उठाएं।"

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि वे जल्द ही इस पर प्रतिक्रिया देंगे। पाण्डेय ने कहा कि यदि प्राधिकरण इस समस्या का समाधान नहीं करता, तो वे और उनके समर्थक इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे और उच्च अधिकारियों से मिलकर इस मुद्दे को उठाएंगे।

इस बीच, ग्रेटर नोएडा वेस्ट की जनता को उम्मीद है कि प्राधिकरण उनकी समस्याओं का समाधान करेगा और उन्हें एक बेहतर और सुरक्षित जीवन जीने का अवसर देगा। उन्होंने पाण्डेय की पहल का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि उनकी आवाज प्राधिकरण तक पहुंचेगी और उनकी समस्याओं का समाधान होगा।

रश्मि पाण्डेय के इस आरोप ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट की जनता की समस्याओं को फिर से उजागर किया है और उम्मीद है कि इस पर जल्द ही कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।

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