भू माफियाओं से मुक्त होंगे हमारे जल स्रोत: योगी राज में एक आश

विशेष संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स उत्तर प्रदेश।
नई दिल्ली। हमारे भू जल स्रोत में सहायक तालाब कब भू माफियाओं से मुक्त होंगे? यह प्रश्न आज हर उस नागरिक के मन में है, जो जल संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा के लिए चिंतित है। उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार द्वारा चलाए जा रहे जल जीवन मिशन के तहत जल संरक्षण को मानव जीवन से लेकर सभी जीव-जन्तुओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 
जल जीवन मिशन के तहत सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं ताकि जल स्रोतों का संरक्षण हो सके और भविष्य में जल संकट से निपटा जा सके। जल ही जीवन है, और इसके बिना कोई भी जीवित नहीं रह सकता। हमारे जल स्रोत, जैसे पहाड़, नदियाँ, झीलें, तालाब और पोखर, भू जल स्तर को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनमें से झीलें और तालाब सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे बरसात के पानी को संरक्षित करती हैं और भू जल स्तर को बनाए रखने में मदद करती हैं।
वरिष्ठ नागरिक जितेंद्र पाल सिंह गूर्जर, जो उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के देदूपुर गाँव के निवासी हैं, ने अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया। जब वे छोटे थे, उनके गाँव में चार बड़े तालाब थे। लेकिन समय के साथ, भू माफियाओं और पूर्व के सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से तीन तालाबों पर कब्जा कर लिया गया और उन्हें समाप्त कर दिया गया। देदूपुर और सकोती गाँवों के बीच एक बड़ी झील थी, जिसका क्षेत्रफल सौ बीघा से अधिक था। यह झील जल संरक्षण का बड़ा स्रोत थी और उसमें प्रवासी पक्षियों का आगमन होता था। लेकिन इस झील का भी वही हाल हुआ और अब यह झील भी भू माफियाओं की भेंट चढ़ चुकी है।
जब ये तालाब और झील जीवित थे, तो गाँव का भू जल स्तर आठ से दस फीट पर था। आज, गाँव का भू जल स्तर पचास से साठ फीट नीचे चला गया है, जिससे ग्रामवासियों का जीवन संकट में आ गया है। अब, वरिष्ठ नागरिक जितेंद्र पाल सिंह गूर्जर और उनके गाँव के लोग एकमात्र आशा के रूप में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर देख रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि योगी राज में उनके गाँव के तालाब और झील पुनर्जीवित होंगे और उनके गाँव का जीवन सुरक्षित और सुनिश्चित होगा।
जल संरक्षण के महत्व को समझते हुए, हमें भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। हमें अपने जल स्रोतों को सुरक्षित रखना होगा और जल का संरक्षण करना होगा ताकि भविष्य में जल संकट से बचा जा सके। जल ही जीवन है, और इसके बिना कोई भी जीवित नहीं रह सकता। 
पीड़ित जे पी सिंह गूर्जर और समस्त ग्रामवासियों की आशा है कि योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उनके गाँव के तालाब और झील पुनर्जीवित होंगे और उनके जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। 

जे पी सिंह गूर्जर 

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