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कारगिल रजतम में वीर सैनिकों और वीर परिवारों का हुआ ऐतिहासिक सम्मान।





मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर ‌ 
ग्रेटर नोएडा ।णइंडिया एक्सपो एवं यूजीजे फाउंडेशन और मीडिया क्लब ऑफ इंडिया एमसीआई के संयुक्त प्रयासों से कारगिल शौर्य दिवस की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य मे   इंडिया एक्सपो सेंटर में "कारगिल रजतम" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें  सेना और सुरक्षा बलों के  वीर जवानों  और वीर शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया गया इस मौके पर वीर शहीदों को सामूहिक श्रद्धांजलि भी दी गई।इंडिया एक्सपो मार्ट में आज आयोजित  कार्यक्रम दोपहर   एक बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक चला।  कार्यक्रम में जहां कारगिल की जंग के अतिरिक्त अन्य सेवाओं में पुरस्कृत सेना के जांबाज वीर और वीर शहीदों के परिवारों के अलावा विभिन्न सुरक्षा बलों के जांबाज भी सम्मानित किए गए। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण राष्ट्रभक्त उमेश  गोपीनाथ जाधव द्वारा पिछले पांच सालों में देशभर के अलग अलग क्षेत्रों से सेना और सुरक्षा बलों के  करीब दो सौ से ज्यादा शहीद जांबाजों के घर से लाई गई मिट्टी से भरे कलश थे।कार्यक्रम में दर्जन भर से अधिक स्कूल कॉलेज सहित विभिन्न संस्थाओं के कलाकार  अपने अपने ढंग से शौर्य दिवस पर भारतीय सेना और  सुरक्षा बलों की वीरता और अदम्य साहस से परिपूर्ण प्रस्तुतियां दी।कार्यक्रम में जिलाधिकारी के निर्देशन में जिला पूर्व सैनिक कल्याण विभाग का  वीर और शहीद परिवारों को बुलाने में विशेष सहयोग रहा।  जबकि जिले स्वास्थ्य , शिक्षा, समाज कल्याण,  कृषि विभाग आदि सहित दर्जन भर विभागों की ओर से सरकार की ओर संचालित जन कल्याण कारी योजनाओं के प्रचार प्रसार के स्टॉल भी लगाए गए थे। विभिन्न हॉस्पिटल ने जहां चिकित्सा शिविर लगाए वही रक्तदान शिविर में  40 लोगों ने रक्तदान भी किया । कार्यक्रम में स्थानीय विधायक  तेजपाल नागर , भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता  गोपाल कृष्ण अग्रवाल, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय  प्रवक्ता राकेश टिकैत, एन ई ए के अध्यक्ष विपिन मल्ल्हन, वी के कोहली,  आईआईए के रामजी सुनेजा , FONRWA के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा , सहित।जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।जबकि गौतमबुद्ध नगर की  भी दर्जनों प्रसिद्ध एवं  प्रमुख संस्थाओं की भागीदारी रही।कारगिल रजतम कार्यक्रम का मुख्य।उद्देश्य वीर शहीदों को याद करना उनके परिवारों को सम्मानित करने के साथ - साथ देश की भावी युवा पीढ़ी को उन वीरों के शौर्य और पराक्रम से अवगत कराते हुए,उनमें देश भक्ति और भारत की संस्कृति को प्रज्वलित रखना है।क्या हुआ था कारगिल में।ज्ञात रहे कि हम सभी की रक्षा के लिए जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति तक दे डाली,हम सभी का फर्ज है कि हम ऐसे वीरों को याद करें। कारगिल विजय दिवस 26 जुलाई 1999, जब हम अपने असली नायकों को याद करते हैं और सलाम करते हैं, कारगिल की ऐतिहासिक लड़ाई उन्होंने बहादुरी और गर्व के साथ लड़ी और दुश्मनों को हराया था।

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