16 जुलाई 2024, नोएडा, गौतमबुद्ध नगर: गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा से भाकियू (भारतीय किसान यूनियन) के 51 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने सेक्टर 27, नोएडा कार्यालय में मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जिला अध्यक्ष अशोक भाटी कर रहे थे। मुलाकात के दौरान, प्रतिनिधियों ने क्षेत्रीय समस्याओं और राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में 18वीं लोकसभा चुनाव में महेश शर्मा की जीत पर शुभकामनाएं दी गईं और किसानों एवं मजदूरों के मुद्दों को उठाया गया। ज्ञापन में कहा गया कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसान और मजदूर लगातार आजीविका के मुद्दों को लेकर संघर्ष कर रहे थे, जिससे आत्मविश्वास बढ़ा, मीडिया प्रभावित हुई और संविधान में निहित लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और संघीय सिद्धांतों और सामाजिक आरक्षण की रक्षा के महत्वपूर्ण मुद्दे उठे।
ज्ञापन में 10 जुलाई 2024 को नई दिल्ली में आयोजित संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की राष्ट्रीय परिषद की बैठक का उल्लेख किया गया, जिसमें चुनाव के बाद के परिदृश्य का आकलन किया गया। इसमें बताया गया कि केंद्र सरकार को समझना चाहिए कि सत्तारूढ़ गठबंधन को पांच राज्यों में 38 ग्रामीण लोकसभा सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है, जहां किसान आंदोलन मजबूत था। पूरे ग्रामीण भारत में सत्तारूढ़ गठबंधन ने 159 सीटें खो दी हैं। यह लंबे चले आ रहे कृषि संकट का परिणाम है और यह भविष्य में कृषि नीतियों में बड़े बदलाव की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
ज्ञापन में एनडीए-2 सरकार को एसकेएम और केंद्र सरकार के बीच 9 दिसंबर 2021 को हुए समझौते के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया। इसमें किसानों की लंबी समय से लंबित मांगें, जैसे कि लाभकारी और गारंटीकृत एमएसपी के साथ खरीद, व्यापक ऋण माफी, बिजली के निजीकरण को निरस्त करना आदि शामिल हैं। ज्ञापन में 736 शहीद किसानों और 384 दिनों तक दिल्ली की सीमाओं पर संघर्ष करने वाले लाखों किसानों की पीड़ा को भी उजागर किया गया।
वर्तमान में भारत के मेहनतकश नागरिक व्यापक ऋणग्रस्तता, बेरोजगारी और महंगाई जैसी गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। ज्ञापन में बताया गया कि भारत में प्रतिदिन 31 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। तीव्र कृषि संकट, किसानों की आत्महत्या, ग्रामीण से शहरी पलायन और बढ़ती आय और धन असमानता को हल करने के लिए नीतियों में बदलाव की आवश्यकता है। एसकेएम ने कॉर्पोरेट समर्थक नीतियों में बदलाव, 9 दिसंबर 2021 के समझौते को लागू करने, और अन्य प्रमुख मांगों को लेकर आंदोलन को फिर से शुरू करने का फैसला किया है।
अंत में, ज्ञापन में सांसद महेश शर्मा से अनुरोध किया गया कि वह किसानों और खेत मजदूरों के साथ खड़े हों और प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल पर लंबित ज्वलंत मांगों पर तत्काल और सार्थक कार्रवाई करने का दबाव डालें। अशोक भाटी ने कहा, हमारे संघर्ष को सरकार तक पहुंचाने और हमारे मुद्दों का समाधान कराने में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
इस मुलाकात के बाद उम्मीद है कि सांसद महेश शर्मा इन मुद्दों को गंभीरता से लेंगे और किसानों और मजदूरों के हित में उचित कदम उठाएंगे।इस अवसर पर राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी सुभाष चौधरी, एनसीआर अध्यक्ष परविंदर अवाना, जिला अध्यक्ष अशोक भाटी, महानगर अध्यक्ष श्रीपाल कसाना, रविंद्र भगत, सिंहराज गुर्जर, जोगिंदर भड़ाना, विपिन प्रधान, भरत प्रधान, हरेंद्र प्रधान, सुमित तवर, अनिल पहलवान, अनिल अवाना, परवीन बाबा, गोपाल अवाना, रामवीर हवलदार समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
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