-->

प्रेमांश फाउंडेशन ने छात्राओं को कौशल विकास के लिए किया प्रोत्साहित

कर्मवीर आर्य संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतमबुद्ध नगर।
दादरी, उत्तर प्रदेश - युवा कौशल दिवस के अवसर पर, प्रेमांश फाउंडेशन ने वैदिक कन्या स्कूल में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं में कौशल विकास को बढ़ावा देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करना था। 
कार्यक्रम में लगभग 50 से अधिक छात्राओं ने भाग लिया और अपनी कलाओं का प्रदर्शन किया। उनकी रचनात्मकता और उत्साह ने सभी को प्रभावित किया। छात्राओं ने विभिन्न प्रकार की कलाओं की प्रदर्शनी लगाई, जिसमें हस्तकला, पेंटिंग, और अन्य रचनात्मक कार्य शामिल थे। इन छात्राओं के उत्कृष्ट प्रदर्शन को प्रोत्साहित करने के लिए प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कारों की व्यवस्था की गई थी, साथ ही सांत्वना पुरस्कार भी वितरित किए गए।
इस अवसर पर स्कूल की प्रधानाचार्या रतन प्रभा ने अपने विचार साझा करते हुए युवाओं के सर्वांगीण विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "इस प्रकार के कार्यक्रम छात्राओं के आत्मविश्वास और कौशल को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।"
प्रेमांश फाउंडेशन की संस्थापक और सीईओ, डॉ. शिखा शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा, "युवाओं का कौशल विकास हमारे देश के भविष्य की कुंजी है। हमें उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देना और आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना चाहिए।" उन्होंने बताया कि फाउंडेशन विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रम चला रहा है, जिनके माध्यम से युवाओं की क्षमता को और अधिक निखारा जा सकता है।
फाउंडेशन के क्षेत्रीय अध्यक्ष, अरुण कुमार ने भी अपने विचार साझा किए और कहा, "आज के युवा देश का भविष्य हैं। उनके पास अद्वितीय प्रतिभा और क्षमता है, जिसे सही प्रशिक्षण और मार्गदर्शन से और बढ़ाया जा सकता है।" उन्होंने फाउंडेशन द्वारा संचालित विभिन्न कौशल कार्यक्रमों की जानकारी दी और युवाओं को इनमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ. मधु ने भी अपने विचार साझा किए और युवाओं को इन कार्यक्रमों में शामिल होने और अपने कौशल को विकसित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, "कौशल विकास कार्यक्रम युवाओं को आत्मनिर्भर और सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।"
कार्यक्रम में प्रेमांश फाउंडेशन के अन्य टीम सदस्य जैसे अनुष्का सिंह, रजनीश, और स्कूल की अध्यापिकाएं पुनम रानी और रेखा भी उपस्थित रहीं। इन सभी ने मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रेमांश फाउंडेशन का यह प्रयास युवाओं के कौशल विकास के प्रति एक महत्वपूर्ण कदम है। फाउंडेशन का उद्देश्य छात्राओं को आत्मनिर्भर और सक्षम बनाना है, और इसके लिए वे इसी प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेंगे।
इस कार्यक्रम ने न केवल छात्राओं को प्रोत्साहित किया बल्कि उन्हें अपने सपनों को साकार करने का मार्ग भी दिखाया। प्रेमांश फाउंडेशन का यह कार्यक्रम युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बना और उनके उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ