नई दिल्ली, 1 जुलाई 2024: अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने राहुल गांधी के संसद में अहिंसा पर दिए गए प्रवचन की तीखी आलोचना की है। स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि राहुल गांधी का अहिंसा पर प्रवचन देना अत्यंत निंदनीय है, क्योंकि वे स्वयं हिंसा करते हैं और नवरात्रि में मांस भक्षण करते हैं, न केवल खुद बल्कि अपनी बहन को भी खिलाते हैं।
स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा, यह विडंबना है कि जो व्यक्ति खुद हिंसा में लिप्त है और धार्मिक पर्वों में भी मांस भक्षण करता है, वह अहिंसा पर प्रवचन दे रहा है। राहुल गांधी का यह आचरण न केवल पाखंडपूर्ण है, बल्कि उन लोगों की भावनाओं को भी आहत करता है जो अहिंसा और शाकाहार में विश्वास करते हैं।
स्वामी चक्रपाणि ने यह भी कहा कि राहुल गांधी का व्यवहार और उनके कार्य, उनके कहे गए शब्दों के विपरीत हैं। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी का यह रवैया जनता को भ्रमित करने वाला है और उन्हें पहले अपने आचरण में सुधार लाना चाहिए। अहिंसा पर प्रवचन देने से पहले उन्हें खुद अहिंसा के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए।
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को नवरात्रि जैसे पवित्र पर्व पर मांस भक्षण करने से बचना चाहिए और देशवासियों के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा, नवरात्रि एक पवित्र पर्व है जिसमें लाखों लोग व्रत रखते हैं और शाकाहार का पालन करते हैं। ऐसे में, राहुल गांधी का मांस भक्षण करना और दूसरों को भी खिलाना अत्यंत अपमानजनक है।
स्वामी चक्रपाणि महाराज की इस तीखी प्रतिक्रिया के बाद, राहुल गांधी और उनके समर्थकों से इस पर प्रतिक्रिया का इंतजार है। स्वामी चक्रपाणि ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेंगे और इसे राष्ट्रीय स्तर पर उठाएंगे।
इस विवाद के बीच, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि राहुल गांधी इस आलोचना का कैसे जवाब देते हैं और क्या वे स्वामी चक्रपाणि महाराज के आरोपों का खंडन करते हैं या नहीं। इस मुद्दे ने राजनीतिक हलकों में एक नई बहस को जन्म दिया है और आने वाले दिनों में इस पर और अधिक प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं।
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