ग्रेटर नोएडा में 60 मीटर रोड का निर्माण: किसानों और क्षेत्र के विकास की नई दिशा: बनी सिंह एडवोकेट

मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतमबुद्ध नगर।
गौतम बुद्ध नगर- सामाजिक कार्यकर्ता बनी सिंह एडवोकेट ने सम्पर्क मार्ग निर्माण के अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि 130 मीटर से 60 मीटर सम्पर्क मार्ग निर्माण वाया बादलपुर से कल्दा ईस्टर्न पेरिफेरल रोड सम्पर्क मार्ग निर्माण का विरोध करके कहीं हम अपना तो नुकसान नहीं कर रहे यह विचारणीय प्रश्न है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित 60 मीटर रोड का निर्माण 50 गांवों के एवं छेत्र के लाखों निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण विकास की योजना है। यह सड़क क्षेत्रीय संचार को बढ़ावा देने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से बनाई जा रही है। यह योजना, जो पिछले 16 वर्षों से विचाराधीन है, अब वास्तविकता के करीब है और क्षेत्र में विकास की नई राहें खोलने का वादा करती है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पिछले कई वर्षों में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पूरा किया है, जिसमें कई सड़कों का निर्माण भी शामिल है। इस नई 60 मीटर रोड का निर्माण उन प्रमुख परियोजनाओं में से एक है जो स्थानीय निवासियों और व्यापारियों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगी। जन आंदोलन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमवीर सिंह आर्य एडवोकेट एवं सामाजिक संगठनों द्वारा संचालित विशेष अभियान छेत्र के विकास के लिए अत्यंत सार्थक है। 60 मीटर सम्पर्क मार्ग निर्माण कनेक्टिविटी से न केवल यातायात में सुधार होगा बल्कि यह क्षेत्र में व्यापार और उद्योग के विकास को भी गति देगी।
60 मीटर रोड के निर्माण से संबंधित किसानों की भूमि का मूल्य काफी बढ़ जाएगा। जन आंदोलन संगठन का अनुमान है कि सड़क के निर्माण के बाद जमीन की कीमतें ₹100,000 से 5,00000 प्रति गज तक पहुँच सकती हैं, जो वर्तमान में ₹5,000 से 10,000 प्रति गज है। यह मूल्य वृद्धि किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक लाभ साबित होगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा और वे अपने भविष्य के लिए बेहतर योजनाएँ बना सकेंगे।
किसानों के हितों की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए, यह आवश्यक है कि वे अपनी आवाज उठाएं और अपनी भूमि का उचित मुआवजा प्राप्त करें। जिन किसानों की भूमि इस परियोजना में शामिल होगी, उन्हें ऐसी जगह पर जमीन शिफ्ट करने की मांग करनी चाहिए जहां जमीन का मूल्य अधिक हो। इससे उनका आर्थिक नुकसान कम होगा और वे अधिक लाभान्वित होंगे।
यह ग्रुप मुख्य रूप से 60 मीटर रोड के निर्माण की मांग कर रहा है, लेकिन प्रभावित किसानों के हितों की रक्षा भी प्राथमिकता है। किसानों को यह निर्णय स्वयं करना चाहिए कि वे अपनी जमीन देनी है या नहीं। किसानों का नुकसान किसी भी कीमत पर न हो।
60 मीटर रोड के निर्माण से क्षेत्र में विकास की गति तेज होगी। सड़क निर्माण से न केवल यातायात में सुधार होगा बल्कि स्थानीय व्यापार और उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। इस परियोजना से जुड़ी सभी पक्षों को सकारात्मक सोच के साथ मिलकर काम करना होगा ताकि यह योजना सफल हो सके।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की इस योजना को स्थानीय निवासियों और व्यापारियों का पूरा समर्थन मिल रहा है। सभी लोग इस योजना के सफल कार्यान्वयन के लिए तत्पर हैं और इसके फायदों को समझते हैं। किसानों को भी इस परियोजना में शामिल होकर अपने अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए और प्राधिकरण के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
60 मीटर रोड का निर्माण ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह सड़क न केवल यातायात को सुगम बनाएगी बल्कि स्थानीय व्यापार और उद्योग को भी बढ़ावा देगी। किसानों को उनकी भूमि का उचित मुआवजा मिलना चाहिए और उन्हें अपनी आवाज उठाकर अपने अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए। इस परियोजना से क्षेत्र में विकास की नई संभावनाएँ खुलेंगी और यह क्षेत्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाएगा। 
इस सड़क निर्माण से दादरी दैहात छेत्र के निवासियों को बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी और यह क्षेत्र आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से समृद्ध होगा। किसानों और स्थानीय निवासियों के सहयोग से यह योजना सफल हो सकेगी और क्षेत्र का भविष्य उज्जवल होगा।

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