गौतमबुद्ध नगर: मलकपुर स्थित जनपद न्यायाधीश आवास और 16 न्यायिक अधिकारियों के आवासों का भव्य लोकार्पण शनिवार को माननीय उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति पंकज मिथल और न्यायमूर्ति राजेश बिन्दल के कर कमलों द्वारा किया गया। इस महत्वपूर्ण समारोह में माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के मुख्य न्यायमूर्ति अरुण भंसाली, अध्यक्ष-अवस्थापना समिति न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता, प्रशासनिक न्यायमूर्ति राजीव गुप्ता, न्यायमूर्ति पंकज भाटिया, न्यायमूर्ति रोहित रंजन अग्रवाल, न्यायमूर्ति समित गोपाल और जनपद न्यायाधीश अवनीश सक्सैना ने भी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई।
समारोह का शुभारंभ शिलापट का अनावरण करते हुए न्यायमूर्ति पंकज मिथल ने किया। इसके पश्चात, उन्होंने जनपद न्यायाधीश आवास और अन्य न्यायिक अधिकारियों के आवासों का रिबन काटकर उद्घाटन किया। इन आवासों का निर्माण कार्य परियोजना प्रबंधक यूनिट 7, सी. एवं डी. एल. उत्तर प्रदेश जल निगम मेरठ द्वारा सम्पन्न किया गया है।
इस अवसर पर जनपद न्यायालय गौतमबुद्धनगर की अवस्थापना समिति की अध्यक्षा प्रतीक्षा नागर, प्रथम अपर जनपद न्यायाधीश बबिता पाठक, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ऋचा शुक्ला, सिविल जज (जू०डि०) और कोर्ट मैनेजर आंचल चतुर्वेदी सहित कई न्यायिक अधिकारी, कर्मचारी और पुलिस/प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित थे।
समारोह के दौरान न्यायालय और आवासीय सुविधाओं में सुधार के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की गई और इसे न्यायिक व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना गया। इस मौके पर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय बुद्धि सागर मिश्रा, एम.ए.सी.टी. के प्रधान न्यायाधीश कुनाल बेपा, कॉमर्शियल कोर्ट संख्या-2 के प्रधान न्यायाधीश सुनीत चन्द्रा, पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी लोकेश एम., सी.एल.ए. गौतमबुद्धनगर रविन्द्र प्रसाद गुप्ता, डी.आई.जी. बबलू कुमार, डी.आई.जी. शिवहरी मीणा, यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरूण वीर सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुनील शर्मा, डी.एफ.ओ. प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, सी.ई.ओ. एन.पी.सी.एल. पी.आर. कुमार और अन्य गणमान्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
न्यायमूर्ति पंकज मिथल ने अपने संबोधन में कहा कि यह उद्घाटन न्यायिक प्रणाली में सुधार और न्यायिक अधिकारियों के लिए बेहतर आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि इन नई सुविधाओं से न्यायिक अधिकारियों के कार्य करने के माहौल में सुधार होगा और यह न्याय वितरण प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाएगा। न्यायमूर्ति मिथल ने कहा कि अच्छी आवासीय सुविधाएं न्यायिक अधिकारियों की कार्य क्षमता और मनोबल को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
मुख्य न्यायमूर्ति अरुण भंसाली ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि न्यायिक अधिकारियों को बेहतर आवासीय सुविधाएं प्रदान करना न्यायपालिका की कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इन आवासीय सुविधाओं के निर्माण से न्यायिक अधिकारियों को अपने कार्यों में अधिक मनोयोग और समर्पण के साथ जुटने का अवसर मिलेगा।
समारोह के दौरान, अन्य अधिकारियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए और न्यायालय की आवासीय सुविधाओं में सुधार के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। यह उद्घाटन समारोह न्यायपालिका और प्रशासन के बीच समन्वय और सहयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
समारोह के अंत में, जनपद न्यायाधीश अवनीश सक्सैना ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और न्यायिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि यह नई सुविधाएं न्यायिक अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में सहायता करेंगी और न्यायपालिका को और अधिक सशक्त बनाएंगी।
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