NASA NSS ISDC सम्मेलन 2024 में श्री चैतन्या स्कूल की धूम: भारतीय छात्रों ने रचा इतिहास

विशेष संवाददाता‌ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स भारत।
भारत/लॉस एंजिल्स, 14 जून 2024- अमेरिका के NASA के निर्देशन में आयोजित NSS ISDC (इंटरनेशनल स्पेस डेवलपमेंट कॉन्फ्रेंस) 2024 में श्री चैतन्या स्कूल ने एक बार फिर अपनी अभूतपूर्व सफलता का परचम लहराया है। इस सम्मेलन में 30 देशों से सैकड़ों छात्रों की भागीदारी के बीच, श्री चैतन्या स्कूल के 167 छात्रों की उपस्थिति ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। 
इस वर्ष के NSS ISDC सम्मेलन में, श्री चैतन्या स्कूल से 639 छात्रों ने भाग लिया, जो किसी भी एकल शैक्षणिक संस्था द्वारा सबसे बड़ी संख्या है। स्कूल की अकादमिक डायरेक्टर श्रीमती सीमा ने बताया कि इस सम्मेलन के 'स्पेस सेटलमेंट कॉन्टेस्ट' में, श्री चैतन्या के छात्रों ने 62 विन्निंग प्रोजेक्ट्स के साथ 11वीं बार विश्व चैंपियन का खिताब जीता। 
इन विन्निंग प्रोजेक्ट्स में से 7 को वर्ल्ड फर्स्ट प्राइज, 11 को वर्ल्ड सेकंड प्राइज, 15 को वर्ल्ड थर्ड प्राइज और 29 को ऑनरेबल मेंशन का सम्मान प्राप्त हुआ। 
श्री चैतन्या स्कूल ने ISDC सम्मेलन में अपनी उपस्थिति और सफलता के मामले में न केवल भारतीय शिक्षा प्रणाली को गौरवान्वित किया, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई। उत्तर भारत के 90 छात्र इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए विशेष रूप से चुने गए थे,
तेलंगाना, ओडिशा, कर्नाटक और तमिलनाडु से श्री चैतन्या स्कूल के अलावा कोई अन्य संस्था इस सम्मेलन में हिस्सा लेने में सफल नहीं हो पाई।
सम्मेलन के दौरान, श्री चैतन्या स्कूल के छात्रों ने आर्टिस्टिक मेरिट और लिटररी मेरिट दोनों वर्गों में 500 डॉलर के पुरस्कार जीते। ये पुरस्कार प्राप्त करने वाले दुनिया भर में अकेले श्री चैतन्या के छात्र ही थे। पिछले 13 वर्षों से, श्री चैतन्या स्कूल लगातार NASA NSS ISDC सम्मेलन में भाग लेता आ रहा है और हर बार नए कीर्तिमान स्थापित करता रहा है।
सम्मेलन के दौरान, छात्रों को NASA के प्रसिद्ध अंतरिक्ष यात्री जोस एम. हर्नांडेज़ और स्पेसहैब्स के कंसेप्चुअल डिजाइनर ब्रायन वेरस्टिग से मिलने का अवसर मिला। इन विशेषज्ञों के साथ बातचीत कर छात्रों ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपने विचारों का आदान-प्रदान किया और नई जानकारियाँ प्राप्त की।
श्री चैतन्या स्कूल के छात्रों ने गिफिट्स अब्बैटरी, कैलिफोर्निया विज्ञान केंद्र और सिलिकॉन वैली के IBM संग्रहालय का भी दौरा किया। उन्होंने STEM कार्यशालाओं में भाग लेकर उन्नत इंजीनियरिंग कौशलों और आधुनिक तकनीकों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की। 
इस यात्रा ने छात्रों को अमेरिकी समाज, उसकी तकनीकी प्रगति और आर्थिक विकास के बारे में भी गहराई से जानने का अवसर प्रदान किया। 
इस अद्वितीय उपलब्धि पर श्रीमती सीमा ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, "यह सफलता हमारे छात्रों की मेहनत और हमारे शिक्षकों व अभिभावकों के सहयोग का परिणाम है।" उन्होंने सभी विजेताओं, उनके माता-पिता और सहयोगी कर्मचारियों को हार्दिक बधाई दी।
श्री चैतन्या स्कूल की इस उपलब्धि ने न केवल भारतीय शिक्षा प्रणाली को एक नया मानक दिया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि भारतीय छात्र किसी भी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं। 
NASA NSS ISDC सम्मेलन 2024 में श्री चैतन्या स्कूल की इस अभूतपूर्व सफलता ने सभी भारतीय स्कूलों और छात्रों के लिए प्रेरणा का एक नया स्रोत स्थापित किया है। यह उपलब्धि भारतीय शिक्षा की गुणवत्ता और उसकी वैश्विक क्षमता को दर्शाती है, और यह श्री चैतन्या स्कूल की निरंतर प्रगति और समर्पण का परिणाम है। 
इस सफलता की गूंज अंतर्राष्ट्रीय मंच पर सुनाई दे रही है और श्री चैतन्या स्कूल ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि भारतीय प्रतिभा और क्षमता किसी भी चुनौती को पार करने में सक्षम है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ