ग्रेटर नोएडा, जिसे हाईटेक सिटी के रूप में जाना जाता है, के स्मार्ट गाँव कासना में एक गंभीर समस्या सामने आई है। कासना कोतवाली और सरकारी बीज गौदान के सामने स्थित सरकारी हेडपंप वर्षों से खराब पड़ा है, और इसका प्रभाव गांव के निवासियों और राहगीरों पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। सविता शर्मा, जो एक जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता हैं, ने इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की है और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से इस समस्या का त्वरित समाधान करने की अपील की है।
कासना गांव, जिसे अपनी आधुनिक सुविधाओं और स्मार्ट विकास के लिए जाना जाता है, आज पानी की किल्लत से जूझ रहा है। यह हेडपंप, जो कई वर्षों से ग्रामीणों और यहां से गुजरने वाले हजारों लोगों के लिए पानी का एक महत्वपूर्ण स्रोत था, अब लंबे समय से खराब पड़ा है। इसके कारण, लोगों को पीने के पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। सविता शर्मा ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा, "यह हेडपंप केवल हमारे लिए ही नहीं, बल्कि यहां से गुजरने वाले राहगीरों और पक्षियों के लिए भी जल का महत्वपूर्ण स्रोत था।"
भीषण गर्मी में जब तापमान तेजी से बढ़ रहा है, पानी की कमी एक गंभीर समस्या बन गई है। यह हेडपंप न केवल इंसानों के लिए बल्कि पशु-पक्षियों के लिए भी जीवनदायी था। इसके बंद होने से अब पक्षियों और अन्य जीव-जंतुओं को भी पीने के पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है। कासना में रहने वाले और यहां से गुजरने वाले लोग इस हेडपंप के बंद होने से बेहद परेशान हैं और इसकी तुरंत मरम्मत की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, इस हेडपंप की मरम्मत के लिए कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सविता शर्मा ने कहा, "हमने कई बार अधिकारियों से इस हेडपंप की मरम्मत के लिए आग्रह किया है, लेकिन कोई भी कदम नहीं उठाया गया। अगर जल्दी ही इसका समाधान नहीं निकाला गया, तो हमें सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।"
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करना चाहिए। एक हाईटेक सिटी के रूप में विख्यात क्षेत्र में इस तरह की बुनियादी सुविधाओं की कमी नहीं होनी चाहिए। स्थानीय निवासियों का कहना है कि एक तरफ, प्रशासन स्मार्ट सिटी की बात करता है, और दूसरी तरफ, यहां के निवासियों को पीने के पानी जैसी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
सविता शर्मा ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "हमारा गांव आधुनिकता की मिसाल है, लेकिन इस हेडपंप की दुर्दशा हमारे जीवन को कठिन बना रही है। हमें उम्मीद है कि प्राधिकरण इस मुद्दे को गंभीरता से लेगा और तत्काल इस हेडपंप की मरम्मत कराएगा।"
प्राधिकरण से निवेदन है कि वे कासना गांव के निवासियों और वहां से गुजरने वाले लोगों की परेशानियों को समझें और जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करें। पानी जीवन का आधार है, और इसका अभाव किसी भी समाज के विकास में बड़ी रुकावट बन सकता है। ग्रामीणों की मांग है कि इस समस्या को प्राथमिकता दी जाए और हेडपंप को जल्द से जल्द चालू किया जाए ताकि सभी को राहत मिल सके।
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