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नोएडा एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का निरीक्षण और प्रगति कि समीक्षा बैठक हुई संपन्न

मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतमबुद्ध नगर।
ग्रेटर नोएडा, 28 जून 2024- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साइट का निरीक्षण और प्रगति की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया गया। इस दौरान विकासकर्ता ज़ुरिक एयरपोर्ट की एसपीवी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने परियोजना की प्रगति की जानकारी दी।
एयरपोर्ट प्रोजेक्ट के तहत ए टी सी बिल्डिंग का निर्माण कार्य टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा तेजी से चल रहा है। विकासकर्ता ने बताया कि अगस्त माह तक एटीसी बिल्डिंग एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को हस्तांतरित कर दी जाएगी ताकि एटीसी उपकरणों का इंस्टॉलेशन कार्य किया जा सके। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने आश्वासन दिया कि सितम्बर माह तक सभी उपकरणों का इंस्टॉलेशन पूरा कर लिया जाएगा।
रनवे और एप्रन पर इलेक्ट्रिक लाइटिंग का कार्य प्रगति पर है। रनवे के पास नेविगेशन इक्विपमेंट, ग्लाइड पाथ एंटेना और लोकलाइज़र पहले से ही लगाये जा चुके हैं। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा लगाये जाने वाले सभी उपकरणों का कार्य सितम्बर तक पूर्ण कर लिया जाये।
टर्मिनल बिल्डिंग के निरीक्षण के दौरान कंसेशनेयर ने अवगत कराया कि फसाड और रूफ का कार्य प्रगति पर है और पियर पर फिनिशिंग का कार्य शुरू हो चुका है। ऑटोमेटेड बैगेज हैंडलिंग सिस्टम का इंस्टॉलेशन भी जारी है। कंसेशनेयर ने यह भी बताया कि अब तक 37 मिलियन सेफ वर्क ऑवर का कार्य सफलता पूर्वक पूरा किया गया है।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि एयरपोर्ट का विकास माइलस्टोन के अनुसार समय पर, यानी सितम्बर 2024 तक पूरा किया जाए, और किसी भी स्थिति में दिसंबर 2024 तक एयरपोर्ट का कॉमर्शियल ऑपरेशन शुरू हो जाए। निरीक्षण के बाद हुई समीक्षा बैठक में ज़ेवर एयरपोर्ट के लिए सीआईएसएफ़, सीएनएसएटीएम, सिक्योरिटी और डीजीसीए से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा हुई, जिसमें केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने भाग लिया।
मुख्य सचिव ने कंसेशनेयर को सभी विभागों की आवश्यकताओं और प्रचलित नियमों के अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए। समस्याओं का समाधान सितंबर तक पूरा किया जाए। उन्होंने जोर दिया कि एयरपोर्ट का कॉमर्शियल ऑपरेशन हर हाल में दिसंबर में शुरू होना चाहिए। इसके लिए कंसेशनेयर को टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड के साथ बैठक कर 15 जुलाई तक कैचअप प्लान प्रस्तुत करने को कहा गया।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि फारेस्ट डिपार्टमेंट के रेस्क्यू सेंटर का कार्य प्राथमिकता से पूरा किया जाए। निरीक्षण और बैठक में प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति रही, जिसमें नायल के सीईओ डा अरुणवीर सिंह, ज़िलाधिकारी मनीष वर्मा, नायल के नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया, यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड की सीईओ क्रिस्टोफ सैल्मन, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरन जैन, केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी और प्राधिकरण के एसीइओ कपिल सिंह और विपिन जैन शामिल थे।

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