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धूम मानिकपुर अंडरबाईपास बना हादसों का केंद्र: जन आंदोलन संगठन ने उठाई सुधार की मांग

मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतमबुद्ध नगर।
गौतमबुद्धनगर - राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-91 के चौड़ीकरण के चलते धूम मानिकपुर अंडरबाईपास दुर्घटनाओं का गढ़ बन गया है। जन आंदोलन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमवीर सिंह आर्य एडवोकेट और सतवीर नागर ने जिलाधिकारी दादरी को पत्र लिखकर इस अंडरबाईपास की समस्या का समाधान करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि रूट डायवर्जन के कारण यह स्थान दुर्घटनाओं का केंद्र बन गया है, जिसके चलते कई लोगों की जान जा चुकी है।
धूम मानिकपुर अंडरबाईपास के बारे में बात करते हुए, ओमवीर सिंह आर्य ने कहा, "यह स्थान अत्यधिक खतरनाक हो गया है। अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो भविष्य में और भी गंभीर हादसे हो सकते हैं। इस क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर की अनुपस्थिति और अंडरबाईपास का निर्माण कार्य अधूरा होने के कारण हादसे बढ़ रहे हैं।
पत्र में उन्होंने मांग की है कि या तो अंडरबाईपास का निर्माण शीघ्रता से पूरा किया जाए या फिर वहां बड़े-बड़े स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं ताकि वाहन चालकों को सतर्क किया जा सके। उन्होंने बताया कि कई बार दुर्घटनाएं इसलिए भी हो रही हैं क्योंकि इस अंडरबाईपास पर रात के समय रोशनी की व्यवस्था भी नहीं है, जिससे वाहन चालक वहां से गुजरने में असुविधा महसूस करते हैं। उपजिलाधिकारी दादरी ने इस पत्र को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को तत्काल कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। उपजिलाधिकारी ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि "धूम मानिकपुर अंडरबाईपास पर बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए, सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इस क्षेत्र में सुधार कार्यों को प्राथमिकता से निपटाने की आवश्यकता है ताकि यात्री सुरक्षित रूप से यात्रा कर सकें।
इस मुद्दे पर स्थानीय लोगों ने भी अपनी चिंता व्यक्त की है। स्थानीय निवासी रमेश यादव ने कहा, हम हर दिन इस अंडरबाईपास पर नए हादसों के बारे में सुनते हैं। यहाँ से गुजरना बहुत खतरनाक हो गया है। हमें उम्मीद है कि प्रशासन जल्दी से जल्दी इस समस्या का समाधान करेगा।
धूम मानिकपुर अंडरबाईपास पर हाल ही में हुई दुर्घटनाओं ने प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों को गंभीरता से सोचने पर मजबूर कर दिया है। जन आंदोलन संगठन का यह प्रयास इन दुर्घटनाओं को रोकने और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-91 के चौड़ीकरण और उससे जुड़े सुरक्षा मुद्दों पर प्रशासनिक कार्रवाई समय की मांग है। यह देखना बाकी है कि NHAI इस पर कितनी जल्दी और कारगर कार्रवाई करता है, ताकि भविष्य में और जानें न जाएं और इस क्षेत्र में दुर्घटनाओं की संख्या कम हो सके।

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