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ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अनदेखी से फाटकों पर जाम की समस्या, लाखों लोगों की रोजाना मुसीबत!

मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतमबुद्ध नगर।
ग्रेटर नोएडा, 9 जून 2024 – ग्रेटर नोएडा वेस्ट से वाया बादलपुर होते हुए कल्दा ईस्टर्न पेरिफेरल रोड तक 60 मीटर संपर्क मार्ग का निर्माण ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अनदेखी के कारण लंबित पड़ा हुआ है। इस मार्ग पर यातायात की गंभीर समस्या ने लाखों लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है। समाज सेवी संजीव नागर मुकद्दम ने इस समस्या को उजागर करते हुए कहा कि प्राधिकरण की उदासीनता के कारण रोजाना लाखों लोग जाम और संकरे रास्तों की कठिनाइयों से जूझ रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा की इस 130 मीटर सड़क पर, जो ग्रेटर नोएडा वेस्ट को बादलपुर से जोड़ती है, ट्रैफिक जाम एक आम समस्या बन चुकी है। संकीर्ण और अनियोजित मार्ग के कारण वाहन फाटक के पास फंस जाते हैं, जिससे यातायात जाम हो जाता है। संजीव नागर ने बताया कि रोजाना हजारों लीटर तेल की बर्बादी होती है और साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता है। इसके अलावा, जाम में फंसे लोग आर्थिक नुकसान का भी सामना करते हैं, जिससे स्थानीय व्यवसाय और आम लोग दोनों ही प्रभावित होते हैं।
सम्पर्क मार्ग के निर्माण को पुनः गति देने के लिए सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने अभियान शुरू किया है। इस मुहीम का नेतृत्व जन आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमवीर सिंह आर्य एडवोकेट कर रहे हैं। ओमवीर सिंह आर्य ने इस मुद्दे पर कहा, “यह मार्ग केवल यातायात का साधन नहीं है, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जनहित के मुद्दों पर कार्रवाई के निर्देश के बावजूद प्राधिकरण की अनदेखी चिंताजनक है।
प्राधिकरण की अनदेखी से प्रभावित होने वाले लोगों में स्थानीय निवासी, दुकानदार और व्यवसायी शामिल हैं। क्षेत्र में रहने वाले अनेक लोग हर दिन इस जाम की समस्या से गुजरते हैं, जिससे उनकी दैनिक जिंदगी पर भारी असर पड़ता है। स्थानीय दुकानदार रमेश यादव ने कहा, जाम के कारण हमारे व्यवसाय को भारी नुकसान होता है। ग्राहक जाम में फंसने के डर से हमारे यहां आना नहीं चाहते, जिससे हमारी बिक्री प्रभावित होती है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले में हस्तक्षेप की अपील की है। ओमवीर सिंह आर्य ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई मौकों पर जनहित के मुद्दों पर कार्रवाई का वादा किया है। हम उनसे आग्रह करते हैं कि वे इस मुद्दे पर ध्यान दें और प्राधिकरण को निर्देश दें कि इस सड़क के निर्माण को प्राथमिकता दी जाए।
समाज सेवी संजीव नागर मुकद्दम ने चेतावनी दी कि अगर प्राधिकरण ने इस सड़क के निर्माण में और देरी की, तो इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ यातायात की समस्या नहीं है, बल्कि यह लाखों लोगों की जिंदगी से जुड़ा मुद्दा है। अगर प्राधिकरण इस ओर ध्यान नहीं देता, तो हमें बड़े स्तर पर जन आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से इस मामले में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की मांग की जा रही है। स्थानीय नेताओं और नागरिकों ने एकजुट होकर प्राधिकरण से जवाबदेही की मांग की है। इस मुद्दे पर प्राधिकरण की चुप्पी ने नागरिकों के बीच असंतोष को बढ़ाया है और इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द करने की आवश्यकता है।
ग्रेटर नोएडा के इस महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग का निर्माण न होने के कारण लाखों लोग रोजाना मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। सामाजिक और राजनीतिक संगठनों की ओर से उठाई गई आवाज़ ने इस मुद्दे को और भी प्रबल बना दिया है। अब समय आ गया है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करे, ताकि नागरिकों की दैनिक समस्याओं का समाधान हो सके और क्षेत्र का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सके।

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