दादरी रेलवे रोड की बदतर हालत: नगर पालिका की निष्क्रियता पर जन आंदोलन संगठन का आरोप!

मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतमबुद्ध नगर। 
गौतमबुद्धनगर - दादरी रेलवे रोड की खराब स्थिति ने स्थानीय निवासियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को गहरे संकट में डाल दिया है। जन आंदोलन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमवीर सिंह आर्य एडवोकेट ने नगर पालिका दादरी की निष्क्रियता पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि रेलवे रोड बनने से पहले ही टूट जाती है, और नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारी इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। 
ओमवीर सिंह आर्य ने बताया कि दादरी रेलवे रोड की हालत वर्षों से दयनीय है। हमने नगर पालिका के अधिकारियों को कई बार इस सड़क की मरम्मत और सुधार की आवश्यकता के बारे में अवगत कराया है, लेकिन उनकी उदासीनता ने हमारी समस्याओं को और बढ़ा दिया है। करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद, नगर पालिका की स्थिति दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है," आर्य ने कहा।
दादरी के निवासी भी इस समस्या से जूझ रहे हैं। सुषमा देवी, जो रोज़ाना इस सड़क से गुजरती हैं, कहती हैं, "हर दिन हमें गड्ढों और उबड़-खाबड़ सड़क से होकर गुजरना पड़ता है। यहाँ हर साल मरम्मत के नाम पर थोड़ा-बहुत काम होता है, लेकिन कुछ ही दिनों में सड़क फिर से टूट जाती है। जन आंदोलन संगठन का कहना है कि दादरी की स्थिति पिछले कई वर्षों से अपरिवर्तित है। रेलवे रोड के साथ-साथ, अन्य सड़कों की स्थिति भी चिंताजनक है। दादरी ग्रेटर नोएडा से विकास के मामले में पचास वर्ष पीछे है," आर्य ने कहा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नगर पालिका की लापरवाही और अनियमितताएँ इस स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं। 
आर्य ने बताया कि सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय निवासी कई बार नगर पालिका को शिकायतें दर्ज करवा चुके हैं। हमें हर बार आश्वासन दिया जाता है कि जल्द ही काम शुरू होगा, लेकिन कुछ नहीं होता। नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारी निट्ठल्ले रहकर दादरी की हालत को और खराब कर रहे हैं।
दादरी के निवासी मुकेश वर्मा ने कहा, "नगर पालिका की लापरवाही अब असहनीय हो गई है। हमें हर बार सिर्फ आश्वासन मिलते हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं होता। यह स्थिति अब बर्दाश्त के बाहर है। जन आंदोलन संगठन ने इस मुद्दे पर नगर पालिका दादरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि नगर पालिका ने जल्द ही इस पर ठोस कदम नहीं उठाए, तो वे आंदोलन की राह पर चलने को मजबूर होंगे। "हमारी माँगें बहुत स्पष्ट हैं। हमें केवल अच्छी सड़कों की आवश्यकता है ताकि हम बिना किसी कठिनाई के यात्रा कर सकें," आर्य ने कहा।
दादरी रेलवे रोड की समस्या ने शहर के विकास की गति को अवरुद्ध कर दिया है। स्थानीय निवासी अब प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की उम्मीद कर रहे हैं ताकि उनकी कठिनाइयों का समाधान हो सके। जन आंदोलन संगठन का यह प्रयास इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस पर कितनी जल्दी और प्रभावी प्रतिक्रिया देता है।

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