नई दिल्ली, 9 जून 2024 - सिविल सेवा परीक्षा 2024 में सफलता प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को प्रख्यात आध्यात्मिक गुरु स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने विशेष कार्यक्रम 'संगत पंगत' में बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर, स्वामी जी ने अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए न केवल उनके प्रयासों की सराहना की, बल्कि उनके जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरणादायक संदेश भी दिया।
संगत पंगत कार्यक्रम, जो स्वामी चक्रपाणि जी महाराज के मार्गदर्शन में नियमित रूप से आयोजित होता है, इस बार सिविल सेवा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों के सम्मान में समर्पित था। दिल्ली के प्रसिद्ध आध्यात्मिक केंद्र में आयोजित इस कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी, उनके परिवारजन और श्रद्धालु उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी जी के आशीर्वचन से हुई, जिसमें उन्होंने कहा, "आप सभी ने कठिन परिश्रम और समर्पण से इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। यह न केवल आपके लिए, बल्कि आपके परिवार और समाज के लिए भी गर्व का क्षण है।
स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने अपने उद्बोधन में सफल अभ्यर्थियों को जीवन की सच्ची चुनौतियों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा, "सफलता का यह पथ, जिसमें आप अभी प्रवेश कर रहे हैं, केवल आपके व्यक्तिगत विकास के लिए नहीं है, बल्कि यह समाज की सेवा का एक महत्वपूर्ण साधन भी है। आपके निर्णय और कार्य समाज के भविष्य को आकार देंगे, इसलिए हमेशा सत्य, न्याय और मानवता के पथ पर चलें।
स्वामी जी ने अभ्यर्थियों को प्राचीन भारतीय मूल्यों और संस्कृति का पालन करने की सलाह दी और कहा, "आपकी सफलता आपके आत्म-निर्भरता और सेवा की भावना से ही पूरी होगी। हमेशा याद रखें कि शक्ति के साथ जिम्मेदारी भी आती है।
अपने संदेश के अंत में, स्वामी जी ने सभी अभ्यर्थियों को आशीर्वाद दिया और उनके भविष्य के लिए मंगल कामना की। उन्होंने कहा, "ईश्वर आपको वह शक्ति और विवेक प्रदान करें जिससे आप अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभा सकें। आपके हर कदम पर ईश्वर का आशीर्वाद बना रहे।"
अभ्यर्थियों ने भी स्वामी चक्रपाणि जी महाराज के साथ अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे उनकी शिक्षा और मार्गदर्शन ने उनकी तैयारी में मदद की। एक अभ्यर्थी, जिन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में टॉप किया, ने कहा, "स्वामी जी के आशीर्वाद और प्रेरणा ने हमें इस कठिन यात्रा में न केवल बल दिया, बल्कि हमारे मनोबल को भी ऊँचा रखा।
कार्यक्रम का समापन स्वामी चक्रपाणि जी महाराज के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ, जिसमें उन्होंने सभी उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया और सफल अभ्यर्थियों को एक नई यात्रा की शुभकामनाएँ दीं।
यह आयोजन सभी के लिए एक प्रेरणादायक और आध्यात्मिक अनुभव रहा, जिसमें सिविल सेवा के सफल अभ्यर्थियों को एक नए दृष्टिकोण और ऊर्जा के साथ अपनी भूमिका निभाने का अवसर मिला। स्वामी जी के साथ बैठकर उन्होंने अपने अनुभव और विचार साझा किए।
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