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जब जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं! साध्वी निकुंज प्रिया मंजरी ।


दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स संवाददाता गाजियाबाद 
गाजियाबाद विवेकानंद नगर,  मानव संस्कार केंद्र स्कूल मैं चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान की अमृत वर्षा कथा व्यास साध्वी निकुंज प्रिया मंजरी ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। साध्वी निकुंज प्रिया मंजरी ने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। जैसे ही कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ पूरा पंडाल जयकारों से गूंजने लगा।श्रीकृष्ण जन्म उत्सव पर नन्द के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की भजन प्रस्तुत किया तो श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर जमकर झूमे। एक-दूसरे को श्रीकृष्ण जन्म की बधाईयां दी गई, एक-दूसरे को खिलौने और मिठाईयां बाटी गई। कथा महोत्सव में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भजन प्रदुम कर भगवान श्री कृष्ण के जन्म की खुशियां मनाई। आज की कथा में राष्ट्रीय व्यपार मंडल के जिला अध्यक्ष व रेलवे बोर्ड सदस्य बाल किशन गुप्ता, राष्ट्रीय सलाहकार रितेश शर्मा, मनोज गुप्ता जिला महामंत्री, पंडित अशोक भारतीय, के.के. शर्मा ब्राह्मण समाज, पार्षद राजकुमार नागर, सचिन सोनी। आदि मुख्य रूप में उपस्थित रहे।


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