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ग्रेटर नोएडा वेस्ट से कल्दा तक सम्पर्क मार्ग निर्माण में देरी से दादरी क्षेत्र में बढ़ता आक्रोश, जन आंदोलन ने दी चेतावनी!

मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतमबुद्ध नगर।
फोटो दाई तरफ से ओमवीर सिंह आर्य एडवोकेट, राजकुमार आर्य, विरेन्द्र रौसा,सचिन, हरीश नागर और नरेंद्र रौसा
दादरी: 130 मीटर ग्रेटर नोएडा सैनी से वाया बादलपुर से कल्दा ईस्टर्न पेरिफेरल रोड 60 मीटर सम्पर्क मार्ग का निर्माण कार्य 16 वर्षों से अधूरा पड़ा है, जिससे दादरी देहात क्षेत्र में आक्रोश की लहर दौड़ रही है। इस महत्वपूर्ण मार्ग के निर्माण में हो रही देरी से स्थानीय निवासियों का गुस्सा अब जन आंदोलन की आग में तब्दील हो रहा है।

जन आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमवीर सिंह आर्य एडवोकेट के नेतृत्व में स्थानीय लोग इस समस्या को लेकर लामबंद हो गए हैं। उनका कहना है कि यह मार्ग दादरी और ग्रेटर नोएडा वेस्ट क्षेत्र के लाखों निवासियों को जोड़ता है, लेकिन 16 वर्षों से यह कार्य अधूरा पड़ा है। क्षेत्रवासियों का धैर्य अब जवाब दे रहा है और वे इस मुद्दे को लेकर आंदोलन पर उतर आए हैं।

ओमवीर सिंह आर्य ने बताया, "हमने इस सम्पर्क मार्ग के निर्माण के लिए कई बार अधिकारियों और संबंधित विभागों से अनुरोध किया है, लेकिन हर बार आश्वासन ही मिले हैं, काम नहीं। अब हम इस मुद्दे को लेकर बड़े पैमाने पर जन आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा कि इस मार्ग के निर्माण में देरी से क्षेत्र के विकास में बाधा आ रही है और लोगों को रोजाना समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

इस जन आंदोलन को और व्यापक बनाने के उद्देश्य से ओमवीर सिंह आर्य ने आज दुजाना और बिश्नूली के समाज के प्रबुद्ध लोगों से मुलाकात की। इस बैठक में क्षेत्र के विकास और सम्पर्क मार्ग के निर्माण की आवश्यकता पर विस्तार से चर्चा की गई। सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार आर्य एडवोकेट ने कहा कि सभी छेत्रवासियो  ने एक स्वर में इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने की मांग की और आंदोलन को समर्थन देने का वादा किया।

दुजाना के निवासी आम्रपाली ग्रुप अध्यक्ष हरीश नागर ने कहा कि, "यह मार्ग हमारे लिए जीवनरेखा जैसा है। इसके अधूरे निर्माण के कारण हमें प्रतिदिन कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐम्बुलेंस सेवाओं से लेकर दैनिक यातायात तक, हर चीज प्रभावित होती है। हम इस आंदोलन का समर्थन करते हैं और अपने अधिकारों के लिए लड़ने को तैयार हैं।"

बिश्नूली के एक प्रबुद्ध नागरिक, विरेन्द्र रौसा पूर्व आरडब्ल्यूए अध्यक्ष ने कहा, "हमने कई सालों तक इंतजार किया है, लेकिन अब सब्र का बांध टूट चुका है। हम जन आंदोलन के साथ हैं और इस मुद्दे को हल कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।"

जन आंदोलन के अध्यक्ष ओमवीर सिंह आर्य ने बताया कि यदि प्रशासन और संबंधित विभाग इस मुद्दे को जल्द हल नहीं करते हैं, तो वे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा, "हम शांतिपूर्ण आंदोलन के माध्यम से अपनी आवाज उठा रहे हैं, लेकिन यदि हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम और बड़े कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।"

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और अन्य संबंधित अधिकारियों से इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया का इंतजार है, लेकिन फिलहाल, दादरी देहात क्षेत्र के लोग इस आंदोलन के माध्यम से अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। क्षेत्रवासियों का मानना है कि यह सम्पर्क मार्ग उनके जीवन को सुगम बनाने के साथ-साथ क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

सम्पर्क मार्ग के निर्माण कार्य की देरी से उत्पन्न इस स्थिति को देखते हुए यह स्पष्ट है कि स्थानीय लोगों का धैर्य अब समाप्त हो चुका है और वे अपने अधिकारों के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन कब और कैसे इस महत्वपूर्ण मुद्दे का समाधान निकालता है।

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