जब एक साथ जुटे गुर्जर समाज के कलाकार।
गुर्जर समाज के कलाकारों को नई पहचान देने तथा एक साझा मंच बनाने का अभियान तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। नोएडा में रहने वाली दीपिका भाटी इस अभियान का अभिन्न अंग है। नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय दीपिका भाटी ने बताया कि गुजज़्र समाज के लेखक और लेखिकाओं को साथ लाने की रिवायत को आगे ले जाते हुए, गुर्जर डिलेमाज़ के बैनर तले मंच के चौथे संस्करण का आयोजन दिल्ली स्थित जवाहर भवन में किया गया। रास थियेटर समूह के संस्थापक श्री गजराज नागर मुख्य अतिथि के रूप में इस आयोजन में उपस्थित रहे और उन्होंने बताया कि किसी भी समाज का थियेटर, कला-साहित्य से जुड़े रहने कितना आवश्यक है। मंच की आयोजक टीम के सदस्यों दीपिका भाटी, गगनदीप बिधुडी और बिंदू रॉमी गुजज़्र ने बताया कि कहानी,कविता, बॉक्सिंग गीत -संगीत की महफ़िल के बीच गुजज़्र समाज को लेकर फैली भ्रांतियों को भी दूर करने पर विचार विमर्श हुआ। आयोजन में जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश से आये मेहमानों ने भी शिरकत की। आयोजन में शामिल श्री बिट्टू कसाना जावली ने कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की और कहा कि ऐसे कार्यक्रम लगातार होते रहने चाहिये, डिज़ाइनर कल्लू कसाना जी ने वहाँ मौजूद लेखकों से गुजज़्री बोली और अपने आसपास के परिवेश के बारे में ज्यादा से ज्यादा रचनाएँ लिखने की भी अपील की।
इनकी उपस्थिति रही खास।
आपको यह भी बता दें कि लगभग पाँच घंटे चले इस कार्यक्रम को रीयल एस्स्टेट कंपनी लक्ष्य इंफ्राटेक द्वारा प्रायोजित किया गया था। कार्यक्रम में मुख्य रूप से इश्तियाक़ देधड़ गुर्जर, प्रशस्ति बैंसला, संकेत चंदीला, सचिन बिधूड़ी, राजीव विकल, हावेज तंवर, धर्मवीर गुर्जर, पारूल सिंह नूर, मनीष पोसवाल, राहुल मनकस, प्रीति नागर, गरिमा डेढा, मोनिका पोसवाल, राजनीता भाटी, सुनील नागर, तनुज भाटी, पंकज कसाना, बसंत डेढा, डॉ मनीष पंवार, अविनाश भाटी, प्रतीक पंवार जितेंद्र नागर, डॉ प्रतिष्ठा भाटी, मानवेंद्र मोतला, अंकुश,सौरव भडाना, प्रियंका कसाना, प्रशस्ति भाटी एवं अन्य कलाकार शिरकत की। इस कार्यक्रम में दी गई कलाकारों की प्रस्तुति को आप इस वीडियो में एक बानगी (उदाहरण) के तौर पर देख सकते हैं।
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