गौतमबुद्धनगर।शारदा स्कूल आॅफ बिजनेस स्टडीज़ एंव युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय द्वारा दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कैंपस में किया गया। इस सम्मेलन का विषय ‘खेल विज्ञान एंव प्रबंधन में नवाचार एंव रणनीतियां‘ था जिसके तहत कार्यक्रम में अनेक प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया। श्रीलंका के संसद सदस्य रंजीथ भंडारा* ने कहा कि यह सम्मेलन खेल विज्ञान और प्रबंधन के क्षेत्र में पर्यावरण, सामाजिक उत्तरदायित्व और नैतिक व्यावसायिकता को एकीकृत का केंद्र बना। नवाचारी रणनीतियों, सोशल मीडिया और उभरती तकनीकों के उपयोग से वैश्विक खेल में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए चर्चा की गई। इस सम्मेलन का उद्देश्य खेल उद्योग के पेशेवरों, स्टार्टअप और विशेषज्ञों को उनके विचारों, क्षमतावान अवसरों और चुनौतियों पर चर्चा हुई। कस्टम के आयुक्त एस के मिश्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत देश जनसंख्या में सबसे आगे है लेकिन खेल के क्षेत्र में हम अभी काफी पीछे है। भारत में अन्य देशों की तरह खेल का बड़ा बाज़ार है लेकिन हम उसका सही प्रकार से इस्तेमाल नहीं कर पा रहे है। हमारे प्रधानमंत्री ने खेल के क्षेत्र में कई प्रकार के कदम लिए है जिससे पहले के मुकाबले बहुत सुधार देखा जा सकता है। शारदा विश्वविद्याय अपने छात्रों को खेल के लिए प्रोत्साहित कर रहा है और साथ अनेक कार्य भी कर रहा है, इसी प्रकार अन्य विश्वविद्यालयों को भी इस पर काम करना चाहिए। शारदा विश्वविद्यालय के प्रो चासंलर वाई के गुप्ता* ने कहा कि खेल को न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि साझेदारी, अनुशासन और सहनशीलता में सीख के लिए भी प्रोत्साहित करे। खेल में भाग लेना समग्र विकास को प्रोत्साहित करता है, छात्रों को वह कौशल प्रदान करता है जो खेल के मैदान से परे जीवन के हर पहलू में सफलता के लिए तैयार करता है।
सम्मेलन में *शारदा स्कूल आॅफ बिजनेस स्टडीज के डीन कपिल पांडला , शारदा विश्वविद्यालय आगरा की वाइस चासंलर डाॅ जयंती रंजन, निदेशक पीआर डाॅ अजीत कुमार, डाॅ अजय कुमार, डाॅ एम डी सिद्दीकी* सहित डीन, काॅर्पोरेट पेशवर, प्रोफेसर एंव छात्र मौजूद रहे।
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