ग्रेटर नोएडा। एमिटी विश्वविद्यालय के छात्रों को प्लेसमेंट, इंटर्नशिप, उद्योग व्याख्यान और विशेषज्ञों के मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए आज हिल्टी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और एमिटी विश्वविद्यालय के मध्य समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया। इस समझौते का उददेश्य सहयोग के माध्यम से सहजीवी लाभ के लिए एमिटी विश्वविद्यालय और हिल्टी में इंजीनियरिंग, वास्तुकला, निर्मित पर्यावरण और प्रबंधन संस्थानो के संबंधों को मजबूत करना है। इस समझौते पत्र पर एमिटी विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलसचिव प्रो आर के कपूर और हिल्टी के उपाध्यक्ष इंजीनियरिंग पुलकित कुकरेजा ने हस्ताक्षर किये और इस अवसर पर एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डा मनोज पांडेय और एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल, हिल्टी के कोड्स एवं अप्रूवल प्रमुख श्री शौनक मित्रा भी उपस्थित थे।हिल्टी के उपाध्यक्ष इंजीनियरिंग पुलकित कुकरेजा ने कहा कि एमिटी जो कि ना केवल राष्ट्रीय बल्कि अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर प्रख्यात शिक्षण संस्थान है उनके साथ इस सहयोग को विकसित करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। हिल्टी में हमारा उददेश्य निर्माण कार्य को तकनीक व गतिविधियों के सहायता से बेहतर व सुरक्षित बनाना है। आज के छात्र जो कल के इंजीनियर बनेगे जिनके द्वारा बड़ी संरचनाए स्थापित होगी उन्हे बेहतरीन देश बनाने के लिए नवीनतम जानकारीयां होनी चाहिए।हिल्टी के कोड्स एवं अप्रूवल प्रमुख श्री शौनक मित्रा ने कहा की हिल्टी का उददेश्य सुरक्षा और स्थायित्व के साथ उत्पादन को विकसित करना है और इसे बढ़ाने के लिए निरंतर शोध एवं विकास में निवेश भी करती है। उद्योग और अकादमिक सहयोग की यह पहल एक बेहतरीन एवं कुशल मानव संसाधनों को विकसित करने में सहायक होगी।एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डा मनोज पांडेय ने कहा कि इस एमओयू का परिणाम उद्योग की अपेक्षाओं के अनुरूप पाठयक्रम को उन्नत करने, उद्योग व्याख्यान, इंटर्नशिप और प्लेसमेंट अवसरों के माध्यम से हिल्टी विशेषज्ञों के मार्गदर्शन को प्राप्त करना है। पाठयक्रम में सिविल इंजीनियिरिंग के छात्रों के ‘‘निर्माण में फास्टेनिंग सिस्टम’’ को एक भाग रूप शािमल किया जायेगा। हिल्टी के विशेषज्ञों द्वारा समय समय पर छात्रों के लिए कार्यशाला एंव जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। छात्रों को प्रयोगिक प्रशिक्षण, स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों के थिसिस कार्य का संयुक्त निरिक्षण सहित छात्रों के इंटर्नशिप सहित हिल्टी के नितियों के अनुसार रोजगार के अवसर उपलब्ध होगें।इस कार्यक्रम का संचालन और अतिथियों का स्वागत करते हुए एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के कोरपोरेट रिसोर्स सेंटर की उप निदेशक डा माधुरी कुमारी ने एमओयू की महत्वतता के साथ, विकसित भारत में उद्योग और अकादमिक के सहयोग की भूमिका पर जानकारी दी।
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