एक सत्य, गुंडा बड़ा, या गुंडा पालक बड़ा, या गुंडा उन्मूलक बड़ा, निर्णय आपका।
उत्तर प्रदेश में तीन गुंडा पालक पार्टियों के संरक्षण में पलने वाले संरक्षित गुंडा, भू माफिया, फिरौती माफिया, जीवन माफिया, शांति माफिया गुंडा नम्बर चार का अंत जो शांत जीवन के लिए शुभ है ये तीनो पार्टियां सप0बस0का, इस राक्षस मुख्तार अंसारी की मौत पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए गुंडे की मौत की न्यायिक जांच की मांग कर रहे हैं जो दे दी गई मैं जानना चाहता हूँ इन तीनों गुंडा पालक पार्टियों ने इन गुंडों द्बारा आम नागरिकों लुटने, अपहरण, या मारे जाने पर कभी भूले से भी न्यायिक जांच की बात तो बहुत दूर की बात है उस आम नागरिक की मौत पर दुख व्यक्त करने भी नहीं जाते उसकी मौत से पहले इन गुंडा पालकों की संवेदना ही मर जाती है इन गुंडा पालकों को डर लगता है कहीं इनका संरक्षित गुंडा नाराज न हो जाये इसका कारण है गुंडे पालक और इनके संरक्षित गुंडे एक ही मानसिकता से जन्म लेते हैं दोनों की मानसिकता जनता को लूटने, चूसने, मारने के लिए ही गुंडा और गुंडा पालकों का जन्म होता है इसका एक छोटा सा उदाहरण इस राक्षस मुख्तार अंसारी को राजसी सुख सुविधा के लिए कांग्रेस साशित पंजाब राज्य की जेल नाम से महल जैसी सुविधाएं दी गई उसके बाद सत्ता परिवर्तन के माध्यम से योगी आदित्यनाथ जी का आगमन हुआ इस राक्षस को योगी जी ने संवैधानिक मार्ग से सही स्थान उत्तर प्रदेश की जेल में जहाँ संविधान के हिसाब से होना चाहिए था लाया गया जहाँ राजसी सुविधा नहीं होने से आहत दिल का दौरा पडने से गुंडा पालक के ख्वाब का अंत हो गया जो शांति से रहने वालों के लिए बहुत ही शुभ है प्रेरक है एक टी वी समाचार से वीडियो बना कर भेज रहा हूँ बहुत गौर से देखना और सुनना एक पीली टी शर्ट में पुलिस अधिकारी डी, एस, पी शेलेन्द्र सिंह बता रहे हैं एक केस में एल एम जी के साथ मुख्तार अंसारी को पकड़ने पर नौकरी से रिजाइन तक करना पड़ा जहाँ उनको इनाम मिलना चाहिए था वहाँ मुलायम सिंह द्बारा नारकीय जीवन जीने को मजबूर किया गया उल्टे जेल भेजा गया बहुत से बडे़ अधिकारियों स्थानांतरित किया गया सुनिए समझिए राक्षस राज चाहिए या या राम राज्य चाहिए निर्णय आपका।
जे पी सिंह गूजर २९-३-२०२४
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