गौतमबुद्धनगर ।आयुर्वेट लि0 के सहयोग से स्वयं सेवी संस्था संदेश द्वारा पशुधन को स्वास्थ्य रखने के उद्देश्य से पशुधन स्वास्थ्य कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में क्षेत्र में पशु स्वास्थ्यकर्मियों यानि पैरावेट को कृत्रिम गर्भाधान को बढ़ावा देने के बारे मेंऔर पैरावेट की कार्य कुशलता के बारे में चर्चा की गई। इस शिविर में आयुर्वेट क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ0आशीष प्रताप सिंह ने पैरावेटों को हर मौसम में होने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक किया। तथा समय रहते घरेलू उपचार के बारे में विस्तार से समझाया कि पैरावेट को अपने कार्य क्षेत्र में पशुओं की हर गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए। क्योंकि छोटी छोटी बीमारियों के कारण पशुधन तनाव में आ जाता हैं जिसके कारण वह दूध देने कम कर देता है या दूध देना बंद कर देता है। जिससे किसानों को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ता है। क्योंकि पशुधन किसानों को आय का एक स्रोत होता हैं। यदि पशुधन स्वास्थ्य है तो किसान भी खुशहाल रहेगा। हर पैरावेट को कृत्रिम गर्भाधान को बहुत ही सफल तरीके से करना चाहिए।पशुचिकित्सक डॉ0 वीएस तोमर में पशुओं में होने बाँझपन के बारे में जानकारी दी तथा उनके उपचार के बारे में जानकारी दी। संदेश के सहायक प्रबन्धक राहुल सक्सेना में शिविर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पशुओं में बीमारियों के कारण किसानों की आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ता है विशेषकर बाँझपन जैसी बीमारी से किसान बहुत परेशान रहता है। इसलिए पैरावेट की कार्य कुशलता को बढ़ाने के उद्देश्य से इस तरह की कार्यशाला का आयोजन समय समय पर किया जाता है।इस शिविर में पैरावेट रुपेश राणा, नकुल यादव, तेजपाल सिंह, सतपाल नागर, सत्यवीर आदि भारी संख्या में पैरावेट उपस्थित रहे।
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