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दादरी के गांव में पशुओं की भयंकर मौत: जिला प्रशासन की लापरवाही!

मनोज कुमार तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स।
दादरी, उत्तर प्रदेश: गांव कूडी खेड़ा में दर्दनाक स्थिति का सामना कर रहे हैं, जहां पशुओं में फैली भयंकर बिमारी ने ली सेंकड़ों की जान। हर दिन एक नया क्रूर पल देखने को मिल रहा है, जब पशुओं की लाशें गांव की सड़कों पर फैली होती हैं। 

क्यों हो रहा है यह अत्याचार?

प्रशासन की लापरवाही ने इस मामले को और भी गंभीर बना दिया है। जानवरों की मौत के बाद उनके शवों को उठाने और उन्हें विनाश करने के लिए कोई इंतजाम नहीं होने से, ग्रामीणों को अपने प्रिय पशुओं को खुद ही खुले जंगल में छोड़ने को मजबूर किया जा रहा है। इससे न केवल वहाँ की वातावरणिक स्थिति खराब हो रही है, बल्कि आस-पास के इलाकों में भी बदबू फैल रही है। 

प्रशासन का क्या है पक्ष?

इस घटना के बावजूद, जिला प्रशासन ने अब तक किसी भी कदम की ओर अपना ध्यान नहीं दिखाया है। नागरिकों की मांगों का ध्यान ना होना, यह प्रशासन अजगरता का एक और उदाहरण है।

आखिर कब बदलेगा हाल?

इस संकट के समाधान के लिए, प्रशासन को तत्काल कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। प्रभावित क्षेत्रों में वैक्सीनेशन अभियान, मरे हुए पशुओं के निष्कासन की प्रक्रिया, और स्थानीय लोगों को शिक्षित करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।

यह समय है कि सरकार स्थिति को गंभीरता से लेकर, ठोस कदम उठाए और इस अत्याचार को बंद करे। अन्यथा, यह असहनीय परिस्थिति केवल और भयावह होगी।

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