-->

जीएल बजाज कॉलेज में "विघटनकारी प्रौद्योगिकियों" पर दो दिवसीय दूसरे अंतर्राष्ट्रीय आईईईई सम्मेलन आईसीडीटी-2024 का शुभारम्भ किया गया।


मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
ग्रेटर नोएडा स्थित जीएल बजाज कॉलेज में "विघटनकारी प्रौद्योगिकियों" पर दो दिवसीय दूसरे अंतर्राष्ट्रीय आईईईई सम्मेलन आईसीडीटी-2024 का शुभारम्भ किया गया। इस सेमिनार का आयोजन कॉलेज के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के द्वारा किया जा रहा हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी और एमएनआईटी इलाहाबाद के पूर्व प्रोफेसर बीoडीo चौधरी ने मुख्य अथिति और सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र जेएमआई नई दिल्ली के मानद, अतिरिक्त निदेशक प्रोफेसर तनवीर अहमद एवं राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज बिजनौर के निदेशक प्रोफेसर नीलेंद्र बादल ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लेकर सम्मलेन को संबोधित किया। सम्मेलन के अध्यक्ष एवं कॉलेज निदेशक प्रो. (डॉo) मानस कुमार मिश्रा,सीएसई विभाग के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) संसार सिंह चौहान और सम्मानित अथितियों ने दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। दिन के पहले सत्र में एकेटीयू, लखनऊ में आर एंड डी विभाग में औद्योगिक परामर्श के एसोसिएट डीन डॉ. अनुज कुमार शर्मा और अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर डॉ. रिजवान खान ने सम्बंधित विषय पर विशेष व्याख्यान दिया। डॉo मानस कुमार मिश्रा ने सभागार को संबोधित करते हुए कहा कि (आईसीडीटी-2024) एआई, ब्लॉकचेन, आईओटी, 3डी प्रिंटिंग और एमएल के साथ उनके सिद्धांत, कार्यप्रणाली और अनुप्रयोगों का उपयोग करके विघटनकारी प्रौद्योगिकी में ज्ञान और उपलब्धियों के आदान-प्रदान के लिए एक उत्कृष्ट अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा। इस दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के पहले दिन अनुसंधान कार्यशाला व सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डेटा एनालिटिक्स के बहु-विषयों के साथ- साथ सैद्धांतिक और व्यावहारिक जैसे पहलुओं पर चर्चा करते हुए प्रतिभागी अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। सम्मेलन का लक्ष्य प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अत्याधुनिक विकास पर चर्चा और तकनिकी का आदान-प्रदान करने के लिए शिक्षा और उद्योग के विद्वानों और अभ्यासकर्ताओं को एक साथ एक मंच पर लाना है। विघटनकारी प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति का वर्णन करने वाले शोध परिणामों, परियोजनाओं, सर्वेक्षण कार्यों और औद्योगिक अनुभवों को दर्शाने वाले लेखों को सम्मेलन में प्रस्तुत करने के लिए प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। तथा लेखक, अनुसंधान विद्वान और उद्योग विश्लेषक अपने मूल, अप्रकाशित उच्च गुणवत्ता वाले कार्य (शोध) को प्रस्तुत करके सम्मेलन में योगदान देंगे। अगले दो दिनों में विद्वान प्रतिभागी इंटरनेट ऑफ थिंग्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मेक्ट्रोनिक्स, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन के महत्वपूर्ण क्षेत्र पर चर्चा करते हुए प्रगति का अवलोकन करेंगे। जीएल बजाज शिक्षण संस्थान के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने सम्मलेन में आये हुए सभी प्रतिभागियों और आयोजन समिति को शुभकामनायें दीं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ