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राज्यसभा चुनाव में आलोक रंजन की हार कायस्थ समाज के लिए चिंतनीय है... स्वामी चक्रपाणि महाराज

रामानन्द तिवारी संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स दिल्ली।
नई दिल्ली। अखिल भारत हिंदू महासभा एवं संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने उत्तर प्रदेश राज्यसभा के लिए हुए चुनाव में पूर्व आईएएस अधिकारी उत्तर प्रदेश के पूर्व चीफ सेक्रेटरी श्री आलोक रंजन द्वारा समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सदस्य के लिए नामित किए जाने पर हुए चुनाव में हरा दिए जाने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि यह ना सिर्फ एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा है बल्कि संपूर्ण कायस्थ समाज के लिए यह चिंतनीय विषय है, और यह देश के लिए दुर्भाग्य पूर्ण है कि ऐसे विद्वान अनुभवी व्यक्ति को राज्यसभा में जाने से रोका गया, स्वामी जी ने आगे कहा  देश की आजादी,विकास में जिस कायस्थ समाज का बहुत बड़ा योगदान रहा जिस समाज के डॉ राजेंद्र प्रसाद देश के प्रथम राष्ट्रपति हुए,लाल बहादुर शास्त्री जी प्रधानमंत्री हुए जिस कायस्थ समाज की ईमानदारी और देशभक्ति खून में होती है, वर्तमान में उत्तर प्रदेश में  कायस्तो की संख्या 4% है मगर राजनीति में हिस्सेदारी देखी जाए तो 0% प्रतिशत हिस्सेदारी है,उत्तर प्रदेश में एक भी लोकसभा सीट पर कायस्थ नहीं है, राज्यसभा में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव जी ने आलोक रंजन जी के प्रति विश्वास जताया और प्रत्याशी भी बनाया तो सपा की गलत रणनीति और बीजेपी की कायस्थ समाज के प्रति उपेक्षा के कारण आलोक रंजन जी हार गए, जिस तरीके से  बीजेपी ने एक अपने अतिरिक्त प्रत्याशी खड़ा कर साम,दाम, दंड,भेद अपनाकर आलोक रंजन जी को हराया है यह कहीं ना कहीं कायस्थ समाज को  उभरने से रोकने का काम किया है, जो कायस्थ समाज के साथ देश के लिए भी दुर्भाग्यपूर्ण है,स्वामी चक्रपाणि महाराज ने आगे कहा कि पूर्व उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी श्रीआलोक रंजन जी अपने पद पर रहते हुए बिना भेदभाव की उत्तर प्रदेश के उत्थान के लिए काम किया उनके अंदर कभी भेदभाव नहीं रहा सभी के प्रति सेवा भाव रहा है वह बहुत ही विद्वान, कर्मठ, इमानदार और मृदुल स्वभाव के अनुभवी अधिकारी थे, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के विकास के लिए बहुत ही कार्य किया है, उनका राज्यसभा में आने से रोकना कायस्थ समाज चित्रांशियों के लिए चिंतनीय है, भाजपा नेतृत्व को भी कम से कम इस बारे में सोचना चाहिए कि जब राज्यसभा में ऐसे विद्वान लोगों को आने से रोका जाएगा तो स्वाभाविक है की राज्यसभा में अयोग्य लोग पहुंचेंगे और इससे देश कमजोर होगा स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा किया आलोक रंजन जी की हार नहीं बल्कि ईमानदार राष्ट्रभक्ति सेवा पारायण कायस्थ समाज की हार है, उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के समस्त कायस्थ इससे आहत है,और ठगा हुआ महसूस कर रहा हैं,

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