ग्रेटर नोएडा। यूरोपियन देशों में नौकरी पाने को लेकर दी गई जानकारी। ग्रेनो के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ नर्सिंग साइंस एंड रिसर्च ने यूरोपीयन देशों में नौकरी पाने को लेकर छात्रों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें करीब नर्सिंग के 80 छात्रों ने हिस्सा लिया।
कार्यशाला में वक्ता हिमांशु जैन अध्यक्ष और सीओओ, जेनराइज ग्लोबल स्टाफिंग प्राइवेट लिमिटेड ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल परिदृश्य में नर्सिंग एक ऐसा पेशा है जिसका अत्यधिक मूल्य और महत्व है। नर्सें दुनिया भर में स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों की रीढ़ के रूप में सेवा करती है। रोगी की देखभाल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वैज्ञानिक ज्ञान और सहानुभूति के अपने अनूठे मिश्रण के साथ नर्सें स्वास्थ्य परिणामों में सुधार और देखभाल की समग्र गुणवत्ता बढ़ाने में योगदान दे रही हैं। नर्सों की वैश्विक मांग भी एक प्रमुख कारक है जिसके कारण भारतीय नर्सें जर्मनी जैसे कई यूरोपीय देशों में काम करने की इच्छुक हैं। जर्मन अस्पताल और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रतिस्पर्धी वेतन, व्यापक लाभ और करियर में वृद्धि के अवसर प्रदान करती हैं। नर्सिंग स्कूल के एसोसिएट डीन आर श्रीराजा कुमान ने कहा कि छात्रों को उन कारकों की कल्पना कराना जो जर्मनी में कैरियर विकास को प्रभावित कर रहे हैं। छात्र नर्सों को जर्मनी में उनके लिए उपलब्ध करियर विकल्पों और अवसरों के बारे में प्रेरित करना।नर्सिंग कैरियर के माध्यम से जर्मनी में चिकित्सा लाभ प्राप्त करना । जर्मनी में असीमित कार्य वीजा, समान नौकरी के अवसर प्राप्त करने के लिए और जर्मनी में स्थायी निवास पाने का शानदार अवसर है।
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