दिल्ली।राकेश टिकैत जैसे प्रमुख किसान नेता का बयान किसान आंदोलन के मोर्चे पर एक और महत्वपूर्ण पल चिन्हित करता है। उनका कहना कि "हम दूर नहीं हैं, हम सिर्फ इतने ही दूर हैं कि लक्ष्य को हासिल करने का एक और कदम बचा है" एक सामाजिक संदेश देता है कि किसानों का आंदोलन अब तक जारी है और उनका उद्देश्य नई कृषि कानूनों की वापसी तक है।
इस बयान से साफ होता है कि किसानों की उम्मीदें उनके आंदोलन के संज्ञान में हैं और वे इस संघर्ष को जारी रखने के लिए तैयार हैं। साथ ही, उनका यह बयान सरकार को भी एक बार फिर समझाता है कि किसानों की मांगों को गंभीरता से लेना आवश्यक है और उनके साथ संवाद का माध्यम खोलना जरूरी है।
आज के समय में, संवाद की भूमिका और महत्व और भी अधिक बढ़ चुका है। इस संदर्भ में, सरकार को किसानों के साथ उनकी समस्याओं को सुलझाने के लिए उनसे संवाद करने का प्रयास करना चाहिए। विपक्ष में भी इस दिशा में सहयोग करना आवश्यक है ताकि देश के किसानों की समस्याओं का समाधान संभव हो सके।
इस तरह के बयान और संवाद के माध्यम से ही एक समृद्ध और समाज में सामंजस्य बना रह सकता है और राष्ट्र के विकास में सहायक हो सकता है।
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