मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर
गौतमबुद्धनगर।जी डी गोयंका पब्लिक स्कूल, ग्रेटर नोएडा के कक्षा तीन, चार और पांच के छात्रों को शैक्षिक यात्रा पर नेहरू तारामंडल, दिल्ली ले जाया गया, जहां बच्चों को बहुत मजा आया। नेहरू तारामंडल, तीन मूर्ति भवन वह जगह है जहां जाकर ब्रह्मांड, तारों, सितारों और खगोलीय घटनाओं से जुड़ी जिज्ञासा को शांत कर सकते हैं। भारत के अन्य शहरों के तारामंडलों की अपेक्षा इस तारामंडल के पास बहुत ज्यादा सुविधाएं नहीं हैं तो भी वह लोगों को इस रहस्यमय दुनिया की झलक दिखाता है। नेहरू तारामंडल की कल्पना एवं योजना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बनाई थी। वे चाहती थीं कि बच्चों में विज्ञान को बढ़ावा दिया जाए। जवाहर लाल नेहरू का साइंस और बच्चों में रुझान को देखते हुए इंदिरा गांधी ने सोचा कि उन्हीं के नाम पर कुछ ऐसा किया जाए जिसमें बच्चों और साइंस दोनों को लाभ हो। तो, इस तरह नेहरू तारामंडल अस्तित्व में आया। तारामंडल को बनाने की शुरुआत सन् १९८२ में हुई थी और सन् १९८४ में इसका पहला प्रोग्राम शुरू कर दिया गया था। इसका उद्घाटन भी खुद इंदिरा गांधी ने किया था। पहले शो का नाम था 'Our Cosmic Heritage.' तारामंडल के पहले डायरेक्टर कर्नल सिंह थे। विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉक्टर रेणु सहगल ने इन शैक्षिक यात्राओं को सराहते हुए छात्रों से अपने अनुभव बांटे। इस प्रकार यह शैक्षिक भ्रमण छात्रों के लिए बहुत ही मनोरंजक और ज्ञानवर्धक रहा।
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